31 दिसम्बर के जश्न में शरीक नहीं होने का लिया संकल्प , रेपकेस में दी जाए फांसी : केन्डु बाबा
बैतूल। दिल्ली गैंगरेप के बाद पीडि़ता की मौत के कारण 31 दिसम्बर को अटल सेना एवं अन्य समाजसेवी कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर संकल्प लिया कि वो 31 दिसम्बर के जश्न में शरीक नहीं होंगे। 30 दिसम्बर, दिन रविवार को दोपहर 1 बजे रामलीला मैदान बैतूल गंज में अटल सेना एवं समाजसेवियों के संयुक्त तत्वाधान में दिल्ली गैंगरेप की पीडि़ता युवती को मौन धारण कर श्रद्धांजली अर्पित की गई। इस अवसर पर अटल सेना प्रमुख राजेन्द्र सिंह चौहान ने भारत के राष्ट्रपति से अपील की, कानून में संशोधन होना आवश्यक है, रेपकेस जैसे घृणित प्रकरणों में फांसी की सजा का प्रावधान हो, जिससे अपराध करने के पहले ही सजा के विषय में सोचकर व्यक्ति भयभीत हो।
समाजसेवी भूपेन्द्र पवांर ने कहा कि आज इस श्रद्धांजली कार्यक्रम में हम सभी ने संकल्प लिया है कि हम में से काई भी 31 दिसम्बर के जश्र में शरीक नहीं होगा, और हम सभी से अनुरोध करते है कि इस दुख की घड़ी में 31 दिसम्बर के जश्र से पृथक हो जाऐं। समाजसेवी अनिल जैन ने कहा कि दामिनी का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, दामिनी ने स्वयं सो कर देश को जगा दिया है।
इस श्रद्धांजली कार्यक्रम के अवसर पर प्रमुख रूप से बंटी धुर्वे, भूपेन्द्र पवांर, मनोहर लोखंडे, दयाराम माकोड़े, अजय दुबे,कैलाश चौहान, प्रभुलाल पवांर,संतोष साहू, अनिल जैन,संतोष साहू, कैलाश चौहान, चैतराम पाटिल, मनीराम धोटे, शिव भोले, कलीराम पवांर,सुदामा राठौर, भूरा राठौर, लतीफ भाई, पप्पू अग्रवाल,शिवनंदन श्रीवास, विजय डोंगरे, राजू धोटे, पंजू पवांर, अनिल जैन, सूनील तिवारी, रमेश रायपुरे, उमेश राठौर,सुरेश राठौर, रहमत भाई, आदि उपस्थित थे।