बैतूल। बैतूल जिला औषधि विक्रता संघ के सचिव श्री रामप्रकाश गुगनानी ने बताया कि ऐलोपैथिक दवाईयों का विक्रय केवल रजिस्टर्ड फ ार्मासिस्ट की देख- रेख में रजिस्टर्ड डाक्टर के पर्चे पर ही किया जा सकता है। फ ार्मासिस्ट मरीज के साथ बातचीत करके, उसे दवाईयां लेने की विधि भी बताता है। ऑनलाईन बिकने वाली दवाईयां नियम विरुद्ध बिना वैध पर्चे के व बिना रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट के बे रोक टोक विक्रय की जा रही हैं। भारत के लगभग 8.5 लाख दवा विक्रेता इस ”ई-फ ार्मोसीÓÓ का लगातार विरोध करते आ रहे हैं परन्तु शासन ”ई-फ ार्मेसीÓÓ को बन्द करने के बजाय उसे वैधानिक दर्जा देने की तैयारी कर रहा है। जूते, कपड़े, मोबाईल फ ोन, अनेक सौंदर्य प्रसाधन व अन्य जीवनोपयोगी वस्तुओं का आनलाईन विक्रय हो सकता है परन्तु दवाईयों का अॅान लाईन विक्रय जान लेवा व युवाओं को नशे की आदत की ओर अग्रसित करने वाला सिद्ध हो रहा है। अध्यक्ष मनजीत सिंह साहनी ने बताया कि अब दवा व्यवसाय से जुड़े हर व्यक्ति को एक शासकीय ”ई-पोर्टलÓÓ से भी जुडऩा होगा। इस ई-पोटल पर डाक्टर व डिस्ट्रीब्यूटर से लेकर होलसेलर व रिटेलर को भी बेची जानी वाली दवाईयों की सम्पूर्ण जानकारी व रिकार्ड अपलोड करना होगा। भारत के सूदूर ग्रामीण क्षेत्रो में कई-कई घंटो तक बिजली नहीं रहती है तो वहां इन्टरनेट जैसी सुविधा मिलना नामुमकिन ही है। ऐसे में ”ई-पोर्टलÓÓ का उपयोग दुविधा जनक व समय की बर्बादी का कारण बनेगा। ”ई-फ ार्मेसीÓÓ व ”ई पोर्टलÓÓ को अव्यवहारिक मानते हुए सारे देश के केमिस्ट इसका विरोध कर रहे हैं। इसके विरोध में 30 मई को सारे देश के साथ बैतूल जिले की भी समस्त दवा दुकाने पूर्णत: बन्द रहेगी। साथ ही दवा विक्रेता जिला मुख्यालय पर एकत्र होंगे व कलेक्टर बैतूल, पुलिस अधीक्षक व मुख्य स्वास्थ व चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौपेगे। संस्था के अध्यक्ष मनजीत सिंह साहनी व सचिव रामप्रकाश गुगनानी ने जिले के सभी औषधि विक्रेताओं से अपील की है कि है की 30 मई को 12 बजे संस्था कार्यालय में एकत्र हों व रैली में भाग लें। दवाएं केवल आपात स्थिती में 9425304244 और 9425304195 पर संपर्क कर उपलब्ध होंगी। ”ई-फ ार्मेसीÓÓ व ”ई पोर्टलÓÓ के विरोध में 30 मई को जिले की समस्त दवा दुकानें पूर्ण रुप से बन्द रहेंगी।

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