सारनी। हिन्दु उत्सव समिति बैतूल के तत्वाधान में मृत्यु भोज परिचर्चा का आयोजन गायत्री शक्ति पीठ सारनी में किया गया। इस अवसर पर विभिन्न समाजों के प्रतिनिधी विशेष रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर एलआर धोटे, मोतीराम विश्वकर्मा, विनायक धोटे, विनायक पंडित, रूपलाल रघुवंशी, एलआर धोटे, भीमराव पवांर, माया सोनी, गोपाल साहू, रामप्रसाद साहू उपस्थि थे। इस परिचर्चा में गोपाल साहू ने कहा कि मृत्यु के उपलक्ष्य में दावत खिलाना मुर्खता और खाना निर्लज्जता है। मृतक भोज की विडम्बना में न फंसकर स्वर्गस्थ आत्मा द्वारा कमाए गए धन को परमार्थ के कार्यो में लगा देना चाहिए।
लोक हितकारी परमार्थ के कार्यो के लिए किए जाने वाला दान ही सच्ची श्रद्धांजली है। गायत्री परिवार के एलआर धोटे ने कहा पूर्वजों के द्वारा छोड़े गए धन में अपनी ओर से मृत आत्मा के कल्याण के लिए दान करना ही सच्ची श्रद्धांजली है। श्रीमति इंदू सोनी ने कहा समाज में परम्पराओं के नाम पर जारी मृत्यु भोज कुरीति को खत्म करने का साहस युवाओं ने दिखाना चाहिए। रूपलाल धोटे ने कहा मृत्यु भोज वास्तव में दुख का भोजन होता है। जो गम के माहौल में तैयार होता है, ऐसे दुख के भोजन को लोग बड़े चाव से ग्रहण करते है। यह बड़ी ही लज्जा की बात है। विनायक पंडित ने कहा मरने के बाद मृतक भोज आदि में जो खर्च किया जाता है वह वृद्धजनों के कल्याण के लिए दान करना ही सच्ची श्रद्धांजली है।
गंगाधर धोटे ने कहा मृत्यु के कारण घर में शोक वियोग का वातावरण रहता है और वहां लोग बड़े स्वाद से भोजन करते है, यह शर्म की बात है। श्रीमति रेखा काले ने कहा जिस आदमी का निधन हुआ है उसके उपकारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना और उनके छोड़े गए कार्यो को पूर्ण करना ही उस आत्मा के प्रति श्रद्धांजली है।
अब महिलाए चलाएगी अभियान
हिन्दु उत्सव समिति के तत्वाधान में आयोजित मृतक भोज परिचर्चा का आयोजन अब बैतूल की महिलांए संभालेंगी। जिसमें 500 महिलाओं की परिचर्चा की तैयारी की जा रही है।