बैतूल। लोगों के दु:ख का कारण अधिकारों की चाह है। लोग इसकी बात तो करते हैं लेकिन कत्र्तव्य सामने आने पर मुंह मोड़ लेते हैं। महाशिव पुराण अधिकार के साथ कत्र्तव्य का बोध कराता है। इसका पालन नहीं करने वाले को अधिकार की बात करने का नैतिक अधिकार नहीं है। उक्त बातें सुभद्रा अस्पताल के पास टिकारी लिंक रोड बैतूल में महाशिवपराण कथा के दौरान पंडित अनुपम पांडे सतना ने कही। श्री पांडे ने कहा उन्होंने कहा शिव का अर्थ कल्याणकारी है। जो कल्याणकारी है वही सृष्टि का रखवाला है। मानव जब जन्म लेता है तो लोभ, मोह, माया के बंधन से मुक्त होता है।
संसार में आने के बाद बाहरी दुनिया की चमक-दमक उसे बिगाड़ देती है। मनुष्य भले ही दिन में दो बार भोजन करे लेकिन आंख, कान, नाक आदि दुनिया में पूरा दिन कुछ न कुछ देखती है व ग्रहण करती है। जिस तरह बादलों से अलग हुई पानी की बूंद शुद्ध होती है लेकिन धरती पर गिरने के बाद उसका स्वरूप बदल जाता है उसी प्रकार जन्म लेते समय मानव शुद्ध होता है लेकिन संसार में आने के बाद कर्म बदल जाता है। आयोजक विजय सिंह चौहान ने बताया कि आज 31 मई को कथा विश्राम पुराण पूजन रात्रि 8 बजे से हवन पूजन एवं कल 1 जून सोमवार भंडारा एवं प्रसादी, प्रात: 10 से दोपहर 2 बजे तक किया जायेगा। डॉ विनय सिंह चौहान ने सभी से कथा लाभ लेने की अपील की है।