आज से बिंदुवार उग्र आंदोलन की तैयारी में युवक कांग्रेस व एनएसयूआई
आमला। यूथ कांग्रेस एवं एनएसयूआई के संयुक्त तत्वावधान में जिला युवक कांग्रेस कार्यालय में युवा नेता निलय डागा एवं यूथ कांगे्रस लोकसभा अध्यक्ष लवलेश राठौर के अतिथ्य में एक बैठक संपन्न हुयी। जिसमें निर्णय लिया गया कि आज 9 जुलाई गुरूवार को व्यापम घोटाले से जुड़े मृतकों को कैंडिल मार्च कर श्रद्धांजली दी जायेगी। 11 जुलाई को मुंह पर पट्टी बांध कर मौन रैली निकाली जायेगी। 14 जुलाई को विधानसभा स्तर पर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग ज्ञापन के माध्यम से की जायेगी एवं 15 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन किया जायेगा। इस अवसर पर निलय डागा ने बताया कि मध्य प्रदेश का व्यापम घोटाला बेशर्मी की सारी हदें पार कर चुका है। जनभावनाओं का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीबीआई जांच के लिए तैयार हो गए हैं, लेकिन उनका यह बयान सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस घोटाले से जुड़ी याचिकाओं पर 9 जुलाई को सुनवाई किए जाने की खबर के बाद आया है। शायद मुख्यमंत्री को यह अहसास होने लगा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश सुना दिया तो इस्तीफे का दबाव संभालना मुश्किल हो जाएगा। दरअसल, शिवराज सरकार व्यापम घोटाले पर जिस तरह की गैरजिम्मेदारी और आपराधिक लापरवाही दिखाती आ रही है, उसे ध्यान में रखते हुए अब उसके किसी भी कदम को शक-शुबहे के बिना देखना असंभव है।
यह ऐसा घोटाला है जिसमें प्रदेश सरकार से जुड़े तमाम शक्ति केंद्र संदेह के घेरे में हैं। लवलेश राठौर ने बताया कि शिवराज सिंह के मंत्रिमंडलीय सहयोगियों पर ही नहीं, मुख्यमंत्री के पीए तक पर गंभीर आरोप हैं। ऐसे में सबसे बड़ी जरूरत इस मामले की ऐसी जांच शुरू करवाने की थी जो इन सबकी पहुंच से ऊपर दिखती। इसका एक आसान तरीका यह हो सकता था कि जब घोटाला या उसकी व्यापकता सामने आई, तभी जांच सीबीआई के सुपुर्द कर दी जाती। एक तरफ तो मुख्यमंत्री खुद घोटाले का भंडाफोड़ करने जैसे खोखले दावे करते रहे, दूसरी तरफ उनकी अगुवाई वाला प्रशासनिक तंत्र जांच के नाम पर लीपापोती में जुटा रहा। चाहे ढाई हजार से ‘यादा छात्रों को आरोपी बनाने की बात हो या मुख्यमंत्री के करीबी और ताकतवर लोगों को खुला छोड़े रखने की- ऐसे दर्जनों बिंदु हैं जो जांच प्रक्रिया को संदिग्ध बनाते हैं। सरकार ने ऐसे किसी भी बिंदु पर संदेह दूर करने का कोई प्रयास नहीं किया। बैठक में प्रमुख रूप से एनएसयूआई जिलाध्यक्ष गौरव खातरकर, अजय नागले, मनीष साहू, आकाश भाटिया, नीरज अंबुलकर, शिव वराठे, लड्डु नागले, संजय यादव, नवीन पंवार, निशांत चौहान, शंातनु तिवारी,राहुल चौहान, मिथलेश राजपूत, अजय सोलंकी, कृष्णा नाईक, अंकुश आर्य आदि सैंकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।