बैतूल। महाराज दशरथ संतान प्राप्ति के लिये गुरू वशिष्ठ के पास गये, संकट की घड़ी में गुरू के पास जाइये, गुरू रास्ता बतायेंगे जो समाज में विशिष्ठ है, आज ऋर्षि और कृषि दोनो संकट में हैं क्योंकि हमारी आवश्यकता रोटी, कपड़ा और मकान से ‘यादा भौतिक सुख प्राप्त करने के लिये है, प्रकृति से छेड़छाड़ कर रहें हैं जिससे अनावृष्ठि, प्रलय जैसे लक्षण दिखाई दे रहें हैं। ऐसे में श्रीराम कथा एक सूत्र है जससे हमें मार्ग मिलता है कि इस प्रकृति के राजा श्रीराम हैं, थोडा पद प्रतिष्ठा मिल जाने से स्वयं दुनिया के मालिक बनने का प्रमाण करना पतन की ओर जाना साबित होगा। उक्त बातें विनोबा नगर स्थित प्रसिद्ध प्राचीन शिव मंदिर में शिव सेवांश समिति द्वारा कराये जा रहे प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान कही। प्रात: गाजे-बाजे के साथ भगवान की मृूर्तियां मंदिर में लायी गयी और गणेश पूजन के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के पहले दिन भगवान शिव, भगवान गणेश और हनुमान जी की प्रतिमाओं का जलाधिवास हुआ इसी के साथ दोपहर में संगीतमय श्रीराम कथा में पंडित संदीप दुबे एवं उनके साथियों ने भगवान श्री राम के जीवन पर कथा का वाचन किया जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। प्राण प्रतिष्ठा एवं श्रीराम कथा महोत्सव 5 दिनों तक चलेगा। जिसमें आज 23 जुलाई गुरूवार को देव प्राण प्रतिष्ठा कथन, देवता नामकरण, मधुपर्क विधान, वस्त्राधिवास, 24 जुलाई शुक्रवार को देव जागरण, रथ यात्रा, नगर भ्रमण प्रात: 10 बजे, 25 जुलाई शनिवार को प्राण प्रतिष्ठा, पुर्णाहुति, शांति होम के साथ महाप्रसादी वितरण के साथ महोत्सव संपन्न होगा। कार्यक्रम स्थापना विधि प्रात: 7 से 11 बजे तक प्रतिदिन, श्रीराम कथा दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक प्रतिदिन की जायेगी। समिति ने सभी से कार्यक्रम में उपस्थित होने का आग्रह किया है।