बैतूल। सहायक शिक्षक की बहुप्रतिक्षित मांग पदोन्नति की शासन से पूरी करवाने हेतु संयुक्त मोर्चा ने जंग का ऐलान कर दिया है। इस मांग को पूरी करने की घोषणा आगामी शिक्षा पंचायत में 24 दिसम्बर को नहीं करने इस सहायक शिक्षक, शिक्षक मोर्चा का नेतृत्व प्रांत स्तर पर सहायक शिक्षकों के दिग्गज शिक्षक नेता सहायक शिक्षक संघ संयोजक सुभाष शर्मा तथा सह संयोजक दिनेश चारणकर, दिलीप गुजरे,श्री लहरी, मोहन मिश्रा, दिनेश शर्मा, अविष्कार शर्मा, महेन्द्र शर्मा के साथ अनेक नेता शामिल हुए। पदोन्नति की मांग को लेकर संघर्ष को तेज करने के लिए बैतूल जिले के सभी संघों के प्रमुख पदाधिकारियों ने कर्मचारी भवन में प्रांतीय पदाधिकारी का हाथ में हाथ पकड़कर संकल्प लिया कि यह बंधन अब पदोन्नति लिए बिना नहीं टूटेगा शासन को पदोन्नति घोषणा के लिए बाध्य करने के बाद ही हम चैन की संास लेगे संकल्प कार्यक्रम में बैतूल जिले से प्रमुख रूप से अशोक बोरखड़े ब्लाक अध्यक्ष नारायण सिंह नगदे,तहसील अध्यक्ष सुरेन्द कनाठे, जिलाध्यक्ष संजय व्यास, जिलाध्यक्ष सोहनलाल राठौर,जिलाध्यक्ष तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ सुंदरलाल चौरे, मनोज राय, एके कुरेशी, आरके अधिरक, संजय जैसवाल, आनंद साहू, जयश्री मानकर, गणेश मायवाड़, देवीदास खातरकर, शिवजी सूर्यवंशी, भोजराज चौहान, प्रमोद मानकर, एम बक्श, राजीव राठौर, सुशीला धुर्वे, दिप्ती तोमर, प्रेरणा इंगले, गीता मालवीय, सुमन कंगाले, महादेव लोखंडे सहित अनेक दूर दराज से पधारे शिक्षक शिक्षिकायें शामिल हुए। मप्र रा’य कर्मचारी संघ के संजय जैसवाल ने कहा कि इस चिंगारी को हम पदोन्नति लिए बगैर अब बुझने नहीं देंगे।
ब्यावरा के दिलीप गुजरे ने कहा कि यह हमारे मान-सम्मान की लड़ाई है। इसमें शासकीय पदनाम सहायक शिक्षक होने से हमारा पद आज से 30 वर्ष पहले भी सहायक शिक्षक था। ब्यावरा के श्री लहरी ने कहा कि इस संघर्ष में हमें अब हमारी बची हुई जिंदगी यदि जेल में गुजारनी पड़ी तो भी इस संघर्ष को हम विराम नहीं देंगे। दिनेश चारणकर को बैतूल जिले की पदोन्नति तथा गैर शिक्षकीय कार्यो को शिक्षकों को संलग्न करना एवं समय पर वेतन नहीं मिलने के संबंध में मुख्यमंत्री के नाम 6 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाध्यक्ष सोहनलाल राठौर के नेतृत्व में दिया गया। चिचोली, भीमपुर में 20 दिसम्बर तक कुछ आहरण अधिकारियों द्वारा नवम्बर का वेतन भुगतान शिक्षकों को नहीं। सुभाष शर्मा ने कहा कि अगले बार जब भी बैतूल आऊ तो फूलों की नहीं समस्याओं की माला पहनाना, पदोन्नति की मांग पूरी नहीं होने पर 5 चरणों के आंदोलन की घोषणा की जाएगी। ज्ञापन की प्रति विधायक हेमंत खंडेलवाल को सौंपी गई।