बैतूल। आत्मविश्वास की गरिमा से परिपूर्ण मनुष्य एक बार जो निर्णय कर लेता है तो संसार की कोई शक्ति डिगा नहीं सकती। आत्म विश्वास के कारण ही हनुमान समुद्र लांघ गए थे। इसके जाग्रत होने के कारण अर्जुन ने महाभारत में विजय प्राप्त की। उक्त उद्गार श्री शर्मा ने युवा साहू समाज सेवा संगठन के तत्वाधान में रामलीला मैदान में तीसरे दिन व्यक्त किए। श्री शर्मा ने कहा मनुष्य सांसारिक मृग मरीचिका के पीछे भटकता रहता है और दुख पाता है। ईश्वरीय अनुभूति ही सत्कर्मो की ओर प्रेरित कर सकती है। जीवन में श्रद्धा, विश्वास और प्रेम से सब कार्य हो जाते है। जीवन में सत्य का बड़ा महत्व है। सत्य बोलने से मनुष्य संसार के बड़े पापों से बचकर सुपथगामी बन सकता है। सत्य में बड़ी शक्ति है।
सत्य सबसे बड़ा धर्म है और स्वर्ग की सीढ़ी है। सत्य ही तपस्या और योग है, सबसे श्रेष्ठ यज्ञ है श्रीमद भागवत पुराण में कहा गया है कि सत्य से बढक़र कोई धर्म नहीं है और झूठ से बढक़र कोई पाप नहीं है। आत्मा और परमात्मा के बीच घनिष्ट संबंध है। यह जो आत्मा हमारे शरीर में विधमान है उस पर ब्रह्मा परमेश्वर का ही अंश है। उसी की सत्ता सभी प्राणियों में विद्यमान है। हम यह भी कह सकते है कि भगवान ने प्रतिनिधी के रूप में आत्मा को भेजा है। जो शरीर से देवत्व की ओर जाती है, लेकिन हम अज्ञान के कारण अपनी आत्मा को ही भूल बैठे है। केवल ईश्वर आराधना में ही हमारा परलोक सुधर सकता है। 25 दिसम्बर दिन मंगलवार को श्रीमदभागवत कथा के समापन के पश्चात साहु समाज का राष्ट्रीय युवक युवती परिचय सम्मेलन रामलीला मैदान बैतूल गंज में होगा।
श्रीमदभागवत कथा में आज :- युवा साहू समाज सेवा संगठन के तत्वाधान में जारी आज 21 दिसम्बर को श्रीहरि अवतार, समुद्र मंथन, श्रीकृष्ण, श्री राम प्रकट उत्सव पर पंडित सुखदेव शर्मा कथा वाचन करेंगे।