बैतूल। करो या मरो की मंशा को लेकर अध्यापकों ने अपनी मांगों के समर्थन आज जिला कलेक्टर के सामने राष्ट्रगान के साथ बेमियादी धरना प्रदर्शन प्रारंभ किया। साथ ही प्रशासन को ज्ञापन दिया गया जिसमें उल्लेख है कि पदोन्नति की मांग को लेकर अध्यापकों ने पिछले 8 माह में 21 बार प्रशासन को ज्ञापन दिया साथ ही प्रदर्शन करने के बाद भी आज तक मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया है। जहां एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अध्यापकों के दर्द को सुनते हुए 6वें वेतनमान की सौगात दी वहीं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की कुंभकरणीय नींद से परेशान होकर पदोन्नति की मांग को लेकर हम धरने को विवश हैं।
अध्यापक संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष मदनलाल डढोरे एवं पंजाब राव गायकवाड़ ने बताया कि प्रदेश का एक मात्र जिला जहां 8 माह के बाद भी वरिष्ठता सूची व रिक्त पदों की जानकारी कार्यालय के पास उपलब्ध नहीं है। श्री डढोरे ने बताया कि शासन के नियमानुसार प्रति 6 माह में पदोन्नति की कार्यवाही होना चाहिये। परन्तु देढ वर्ष बाद भी कार्यवाही नहीं होने से आंदोलन के लिए विवश है और धरने के साथ जल सत्याग्रह किया जाएगा। धरना देने वालों में जितेन्द्र यादव, पंजाबराव गायकवाड़, सोहनलाल राठौर, हरिशंकर धुर्वे, गजानन पंडागरे, केएल जितपुरे, सुरेश गावंडे, उत्तम झाड़े, नारायण विजयकर, उत्तम सोलंकी, दशरथ धुर्वे, भीमराव लांजीवार, काशीनाथ लोखंडे, शिवानंद तिवारी, हेमराज बेले सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
कल से स्कूलों में लगेंगे ताले
अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे अध्यापकों ने दावा किया है कि पदोन्नति की कार्यवाही नहीं होने तक सोमवार से अधिंकाश अध्यापक आंदोलन में शामिल होने से स्कूलों में ताले लगने की नौबत आ सकती है। मोर्चा के श्री डढोरे ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की घोर लापरवाही के कारण अध्यापकों ये निर्णय लेना पड़ा।