बैतूल। आरडी पब्लिक स्कूल की कक्षा आठवीं की छात्रा निहारिका घिडोड़े ने अपने कला गुरू युवा चित्रकार श्रेणिक जैन के मार्गदर्शन में फेंगसुई पेंटिग बनाई है।
क्या है फेंगसुई पेंटिग
चीनी मिट्टी, पीओपी आदि से बनी हुए बाज, हाथी, ड्रेगन, फिनिक्स आदि की मूर्तियां व चित्र सजावट के लिए उपयुक्त स्थान पर रखे जाते हैं यह माना जाता है कि एकसी मूर्तियां या चित्र लगाने से प्रगति होती है।
पेंटिंग की थीम
इस संबंध में श्री जैन ने बताया कि ईश्वर द्वारा बनाई गई सोच-समझ और विश्वास की नायाब कलाकृति मनुष्य, जिसे ईश्वर ने किसी महान उद्देश्य हेतु निर्मित किया है। वही मनुष्य जीवन के किसी मोड़ पर जब ऐसा महसूस करें की सारी परिस्थिति उसके विपरीत हो, कहीं से कोई सहारा नहीं मिल रहा हो उसके सारे काम बिगड़ रहे हो, वह निराश होकर थक गया हो तब उस स्थिति में भी एक शक्ति उसके साथ होती है।
ब्राह्मंाड में विलीन व ताकत जो हमें दिखाई नहीं देती। जिसका छोटा सा उदाहरण दो चुम्बक के टुकड़ों के बीच देखा जा सकता है। वह ताकत जिसे हम भगवान कहते हैं। वह ताकत जिसे हम किस्मत कहते हैं। जिसका पूरी सृष्टि में दूसरा कोई मुकाबला नहीं है। वह ताकत हमेशा हमारे साथ होती है। पर मनुष्य उसे देख नहीं सकता है वह उस शक्ति से अंजान रहता है। उस वक्त आवश्यकता होती है तो उसे अपने-आप पर भरोसा करने की , स्त्री या पुरूष वह कुछ भी हो सकती है। पेंटिंग में दोनो आकृति को दर्शाया गया है।