बैतूल। जमीन के सौदे आसान करने 6 महीने पहले शुरू की ई रजिस्ट्री से सर्विस प्रावाईडरों को लाखों का चूना लग रहा है। एक सप्ताह में सर्विस प्रोवाईडरों के खातों से 5 लाख 28 हजार रूपये अधिक कट चुके है। कुछ सर्विस प्रोवाईडरों के एकाउंट तो बिना रजिस्ट्री किए ही रूपये कट रहें हैं। सर्विस प्रोवाईडर अब एकाउंट में पैसा रखने से कतरा रहें हैं ऐसे में लोगों को रजिस्ट्रियां करवानें में परेशानी हो सकती है। शासन द्वारा 25 सर्विस प्रोवाइडर नियुक्त किए । इनको खाते खुलवाकर उसमें अपने के्रडिट लिमिट के बराबर रूपये जमा करवाने थे। सर्विस प्रोवाईडरों ने खातों में जो पैसे जमा करवाये थे वे अचानक कटने लगे। हाल ही में अधिकांश सर्विस प्रोवाईडर के पैसे कटने से सर्विस प्रोवाईडर स्वयं को ठगा महसूस कर रहें हैं। वे जिला पंजीयक कार्यालय में अपनी समस्या बता रहें हैं लेकिन अभी तक उसका निराकरण नहीं हुआ है।
इस संबंध में सर्विस प्रोवाईडर मनीष शर्मा ने जिला पंजीयक से बेवजह पैसे कटने की शिकायत की। उन्होने बताया कि 18 नवंबर को उनके खाते से 44 हजार रूपये कट बए थ्ज्ञे। इसके बाद रजिस्ट्रियां किए बिना ही पैसे कट रहें हैं। पंजीयक ने इसे मुख्यालय का मामला बताकर नए साफ्टवेयर पर शिकायत दर्ज करने की सलाह दी। सर्विस प्रोवाईडरों के खातों से पैसे गायब हो रहे हैं इसे साफ्टवेयर की गड़बड़ी कहें या फिर कोई लापरवाही लेकिन रूपये तो कट रहें है। ऐसे में सर्विस प्रोवाईडर एकाउंट में क्रेडिट लिमिट का रूपया कम ही रख रहें हैं। सर्विस प्रोवाईडर आरडी साहू ने बताया कि एकाउंट से 29 व 30 दिसम्बर को बिना रजिस्ट्री किए ही अचानक रूपये कट गये।
किसके कितने रूपये खाते से कटे
आरडी साहू 3.98 लाख रूपये, नितिन गुप्ता 29 हजार रूपये, संतोष दरवाई 25 हजार रूपये, राजेन्द्र पंवार 17 हजार रूपये, राजेन्द्र साहू 7300 रूपये, शिव चौधरी 8 हजार रूपये, मनीष शर्मा 44 हजार रूपये कट चुके हैं। सर्विस प्रोवाईडरों ने इस संबंध में कलेक्टर बैतूल से भी निवेदन किया है।