बैतूल। पिछले चार दिनों से लगातार चल रही अध्यापकों की हड़ताल के चौथे दिन आज धरना स्थल पर राष्ट्रगान के साथ आंदोलन की शुरूआत की। आंदोलन को मोर्चा के पदाधिकारियों संबोधित करते हुए कहा कि पदोन्नति नहीं होने के कारण जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय किसी अध्यापक के शहीद होने का इंतजार कर रहा है। बाद में धरना स्थल से रैली निकालकर नारे बाजी करते हुए बस स्टैंड के पास के तालाब में अध्यापकों ने जल सत्याग्र्रह कर पदोन्नति की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के विरोध में नारे लगाये। मोर्चा के जिलाध्यक्ष मदनलाल डढोरे एवं जितेन्द्र यादव ने बताया कि तीन वर्ष से पदोन्नति के इंतजार में अध्यापक उम्र पार कर चुके हैं।
अब करो या मरो की मंशा से आंदोलन जारी रहेगा। मोर्चा के दशरथ धुर्वे एवं केएल जितपुरे ने बताया कि आज से मोर्चा के पदाधिकारी धरना स्थल पर अन्न जल त्याग कर आमरण अनशन शुरू करेंगे। मोर्चा के श्री डढोरे ने बताया कि एक ओर मप्र की सरकार शिक्षकों के हित में निर्णय लेकर स्वर्णीम मप्र बनाने का दावा कर रही है वहीं दूसरी ओर जिला शासन अध्यापकों के साथ घोर अन्याय व अत्याचार सहन नहीं करेंगे। आज जल सत्याग्रह करने वालों में हेमराज बेले, केएल जितपुरे, गजानन पंडागरे, मदनलाल डढोरे, हरिशंकर धुर्वे, सोहनलाल राठौर, उत्तम झाड़े, प्रेमलाल उइके, संतोष पट्टा, धनराज उइके, सुनील कुमार प्रजापति, पतिराम इवने, नंद किशोर धुर्वे, सुखचंद सिरसाम सहित अनेक लोग उपस्थित थे।