बैतूल। परोपकार और परमार्थ के कार्य करना आसान नहीं होता है। इस मार्ग पर अनेक बाधांए आती है। न जाने किन कर्मो से परोपकार की भावना जाग्रत होती है। ऐसे में लोग बुराई, लांछन व उपहास करते है। शुभ कार्य करने वाले का न तो विनाश होता है न दुर्गति। ईश्वर हर समय हर प्रकार से उसकी रक्षा करता है। उक्त उद्गार श्री शर्मा ने युवा साहू समाज सेवा संगठन के तत्वाधान में रामलीला मैदान में चौथे दिन व्यक्त किए। श्री शर्मा ने कहा काल करे सो आज कर, आज करे सो अब की दृष्टि अपनानी जरूरी है। कल किसने देखा है।
भविष्य कभी भविष्य के रूप में नहीं आता। यह वर्तमान के रूप में ही आता है। जो वर्तमान का लाभ ले लेता है वह कालजायी बन जाता है। समय का सदुपयोग करना मनुष्य का सर्वश्रेष्ठ गुण है। हमें अपने व्यक्तिगत जीवन में और पारिवारिक तथा सामाजिक जीवन में भी हर कार्य नियम से करने की आदत डालनी चाहिए। अपने आहार-विहार,व्यायाम, पूजा-पाठ, व्यापार सभी को नियमपूर्वक करना चाहिऐ। परिवार के बच्चों को इसका महत्व समझाना जरूरी है। मधुर वाणी बोलना कामधेनू के समान है।
यह समस्त कामनाओं की पूर्ति करता है। यशऔर किर्ती बढ़ाता है। कितना ही कठोर ह्रदय व्यक्ति हो, प्यार के दो मीठे बोल सुनकर वह हर प्रकार का सहयोग देने को तत्पर हो जाता है। 25 दिसम्बर दिन मंगलवार को श्रीमदभागवत कथा के समापन के पश्चात साहु समाज का राष्ट्रीय युवक युवती परिचय सम्मेलन रामलीला मैदान बैतूल गंज में होगा।
श्रीमदभागवत कथा में आज :- युवा साहू समाज सेवा संगठन के तत्वाधान में जारी श्रीमद भागवत कथा में आज 22 दिसम्बर को रासलीला, माखनचोरी, गोर्वधन पूजा पर पंडित सुखदेव शर्मा कथा वाचन करेंगे।