बैतूल। मप्र कांग्रेस कमेटी के महामंत्री (ओबीसी प्रकोष्ठ) गंगारावत ने धरने पर बैठे शिक्षकों से भेंट तथा उनके दर्द को जाना। अतिथि शिक्षकों ने बताया कि प्रदेश की सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। अतिथि शिक्षकों को संविदा शाला शिक्षक नहीं बताया जा रहा है। जिससे प्रदेश भर के लगभग 70 हजार अतिथि शिक्षकों व उनके परिवार के सामने भूखों मरने का प्रश्न खड़ा हो गया है। भाजपा की सरकार ने पूर्व में यह वादा किया था कि अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षको को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। वहीं दूसरी ओर भाजपा सरकार बेरोजगारों को गुमराह करवाने का उनको प्रलोभन दे रही है।
बेरोजगारों से बैंकों द्वारा मार्जिन मनी जमा करवा ली गई है और उन्हें आज तक कोई ऋण नहीं दिया गया है। जिससे बेरोजगार लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। इसके बावजूद 11 जनवरी को पुन: सरकार द्वारा दूसरा रोजगार मेला आयोजत किया जा रहा है। मप्र कांग्रेस कामेटी के महामंत्री गंगाराम रावत ने कहा कि सरकार पूर्व में जिल लोगों को बेरोजगार मेले के माध्यम से ऋण स्वीकृत किए गए थे उन्हें तत्काल ऋण उपलब्ध करवायें व नये बेरोजगारों को भी तुरंत ऋण प्राप्त होने की बैंकों के माध्यम से व्यवस्था की जाए।