बैतूल। सिर्फ नर्मदापुरम संभाग के जिलो के शिक्षकों पर ही संकुलवार डे्रसकोड थोपना न्यायोचित नहीं है। अगर किसी कारण से शिक्षकों के संकुल बदल गये तो स्वयं के व्यय पर दूसरी डे्रस बनाना होगा। उक्त बात पूर्व जिला उपाध्यक्ष मप्र शिक्षक संघ बैतूल रघुवर प्रसाद सोनी ने कही।
उन्होने कहा कि अ’छा होगा यदि डे्रस कोड के हिमायती मप्र सरकार से शासन स्तर पर समूचे प्रदेश में विधिवत एक जैसी डे्रस कोड व्यवस्था लागू करवाये तथा डे्रस बनवाने के लिए राशि उपलब्ध करवाये। शिक्षकों पर बेवजह डे्रस कोड थोपने से विद्यार्थियों का क्या भला होगा।
श्री सोनी ने बताया कि मिडिल स्कूलों में मुख्य भाषा हिन्दी को पद संरचना में शामिल करवाने व अंग्रेजी भाषा के शिक्षकों की उपलब्धता के लिए प्रयास किये जाये जिससे ब”ाों का सही मायने में भला हो सके। छात्र हितेषी मुद्दों पर ध्यान न देकर बेवजह शिक्षकों के लिए तुगलकी फरमान जारी कर प्रयोग बंद किए जायें।