बैतूल। जेएच कालेज के रासेयो शिविर के दूसरे दिन बैतूल aपुलीस अधीक्षक ने जेएच कॉलेज का सात दिवसीय जिला स्तरीय रासेयो नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर आदिवासी बालक छात्रावास एवं पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग छात्रावास हमलापुर बैतूल परिसर में शिविर के दूसरे दिन कहा कि छात्र जीवन में संस्कार होना जरूरी है शिक्षा संस्का के बिना अधूरी है। हमें अपने पिछड़ हुए साथ को बराबरी पर लाना है। छात्र डिप्रेशन का शिकार न हो लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ अपने मन के अंदर की विशेष क्षमता को पहचान कर अपने व्यक्तित्व का विकास करे।
पूर्व प्राचार्य उषा द्विवेदी ने कहा कि कॉलेज में पढऩे वाले ब”ो एनएसएस में भाग लेते है तो उनके गुणों एवं क्षमताओं में विशेष वृद्धि हो जाती है। कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य विद्या चौधरी ने कहा स्व’छ अभियान के लिए यह शिविर यादगार होगा। जिला संगठक सुखदेव डोंगरे ने कहा जो व्यक्ति श्रमदान करता है उसमें सर्वजन हिताये की भावना का विकास हो जाता है।
रात्रि को सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्र छात्राओं ने पर्यावरण संबंधी नाटक, गीतो की प्रस्तुति। प्राचार्य डॉ सतीश जैन ने शिविर में उपस्थित रहते हुए स्वयंसेवकों के साथ सहभोज किया। कार्यक्रम में डॉ रमाकांत जोशी, डॉ पुष्पारानी आर्य, डॉ जीपी साहू, डॉ कमलेश अहिरवार उपस्थित थे। संतोष पंवार, जितेन्द्र नावंगे ने सत्र को संबोधित करते हुए व्यक्तित्व विकास के गुर सिखाये।