बैतूल। रासेयो शिविर जेएच कॉलेज का सात दिवसीय जिला स्तरीय रासेयो नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर आदिवासी बालक छात्रावास एवं पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग छात्रावास हमलापुर बैतूल परिसर में आयोजित शिविर में रासेयो के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ अनंत सक्सेना,एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी राहुल सिंह परिहार, प्राचार्य डॉ मेजर सतीश जैन के आतिथ्य में संपन्न हुआ। शिविर में 150 युवाओं ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर अंनत सक्सेना ने कहा कि जिला स्तरीय शिविर में मित्रता एवं अनुशासन सीखने को मिलता है, स्वयंसेवकों की प्रतिभा को निखारने का कार्य ऐसे शिविर करते है। डॉ ‘ौन ने कहा कि समय प्रबंधन ही शिविर की सफलता की कूंजी है। सकारात्मक भाव से शिविर में रहकर भारतीय संस्कृति के मूल्यों को शिविर के माध्यम से सीखें। अर्जुन की तरह लक्ष्य साधकर जीवन में आगे बड़े।
राहुल सिंह ने कहा कि मैं इस शिविर के स्वयंसेवकों को हमलापुर से उठकर राष्ट्रपति भवन और दिल्ली परेड में शामिल होते हुए देखना चाहता हूं। वरिष्ठ स्वयंसेवक इबरार कुरैशी ने कहा कि आपने शिविर में जो सीखा है उसे अपने जीवन में उतारो। मंच संचालन संतोष पंवार व रामनारायण शुक्ला द्वारा व आभार कार्यक्रम अधिकारी डॉ कमलेश अहिरवार द्वारा व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला संगठक डॉ सुखदेव डोंगरे, डॉ रमाकांत जोशी, डॉ पुष्पारानी आर्य, बाबूराव पंवार, डॉ जीपी साहू, डॉ कमलेश अहिरवार, पीएल साहू, आरडी शर्मा, एचएल उइके, वर्जिनीया दवंडे, जितेन्द्र दवंडे, इबरार कुरैशी, रेवाराम रावते, दलनायक प्रवीण परिहार आदि उपस्थित थे। श्रेष्ठ स्वयंसेवक सोमचंद साहू व प्रतिभा जावलकर को सम्मानित करते हुए श्रेष्ठ सांस्कृतिक कार्य के लिये कार्तिक ठाकरे एवं पूनम वरवड़े को और सभी इकाईयों के दल नायकों को प्रमाण पत्र एवं मेडल दिये गये।
शिविर में सिखाये आत्मरक्षा के गुर
शिविर के समापन दिवस पर पुलिस विभाग की महिला सेल इंस्पेक्टर प्रीति तिवारी एवं खेल प्रशिक्षक राधेलाल बनखेड़े द्वारा मार्शल आर्ट के माध्यम से छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाये। इस अवसर पर प्रीति तिवारी ने कहा कि हर महिला का सशक्त बनाना हमार उद्देश्य है। समापन अवसर पर सांस्कृतिक गतिविधियां व बौद्धिक सत्र भी आयोजित किए गये।