बैतूल। पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी बैतूल श्रीमती जयश्री पिल्लई जैसे कई उ”ा पदस्थ अधिकारी कानून से उपर और पद का दुरूपयोग करने से व्याख्याता स्व. पीपी साहू जैसे कितने ही जीवन कालतीत हो गये हैं। शासन और जनप्रतिधियों की आंखें जब तक खुलती हैं तक सब कुछ स्वाहा हो चुका होता है। उक्त आरोप अपने धरने के सतत् 517 वे दिन पूण कर चुके सेवानिवृत्त 72 वर्षीय बीआर घोरसे ने लगाये। श्री घोरसे ने कहा कि उनके प्रकरण तो असंख्य यातनाओं से भरा है।
ऐसे ही यातना स्वरूप फरवरी 2000 में उनकी लम्बी बीमारी अवकाश अवधि में भी मुलताई मंडी चुनाव हेतु आदेश मिला चुनाव में कार्य करने पर भी उन्हें वह वेतन आज तक अप्राप्त है। प्रकरण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से श्री घोरसे प्रत्यक्ष 7 बार मिले पर न्याय नहीं मिला। श्री घोरसे ने बताया कि मुख्यमंत्री के बैतूल आगमन पर शासन को जगाने धरना स्थल से काले रंग के गैस के गुब्बारे आकाश में छोड़ेंगे।