भीमपुर। जिला चिकित्सालय बैतूल में चिचोली विकासखंड के ग्राम धनियाजाम में सुकरनिया परते को अधिक रक्तस्त्राव होने के कारण गंभीर हालत में लाया गया। डाक्टरों के अनुसार अधिक रक्त बह जाने के कारण ओ पॉजीटिव रक्त की आवश्यकता बताई गयी। इस पर मां शारदा सहायता समिति के सदस्य जब रक्तदान करने पहुंचे तो उस समय ससुराल से उनकी बेटी अनिल इवने रक्त कोष पहुंची और कहा कि मेरी मां के लिए स्वयं रक्तदान करूंगी।
उन्होने ओ पॉजीटिव रक्तदान किया। रक्त के बारे में कुछ ज्ञान न होने पर भी एक बेटी की मां के प्रति स्नेह देखने को मिला। इस अवसर पर शैलेन्द्र बिहारिया, लैब तकनीशियन राजेश बोरखड़े, श्री अग्निहोत्री ने बेटी को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करते हुए कहा कि ऐसी बेटियों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। आज पुरूष रक्तदान से घबराते हैं। ऐसे में एक ग्रामीण क्षेत्र की आदिवासी बेटी ने रक्तदान कर साबित कर दिया है बेटी बेटों से कम नहीं है।