बैतूल। बैतूल जिले में भाजपा के शासनकाल में निजी व शासकीय कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को अपनी छात्रवृत्ति के लिए भटकना पढ रहा है। मख्यमंत्री शासन प्रशासन को लगातार अवगत करवाने के बाद भी छात्रवृत्ति नहीं मिल पा रही है। जिससे उनकी पढ़ाई में व्यवधान में उत्पन्न हो रहा है। उक्त आरोप लगाते हुए एनएसयूआई बैतूल ने कलेक्टर बैतूल को जिलाध्यक्ष गौरव खातरकर के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। श्री खातरकर ने बताया कि स्व नंदकिशोर महाविद्यालय आमला में पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को वर्ष 2014-15 व 2015-16 की छात्रवृत्ति अभी तक अप्राप्त है। जिसे शीघ्र दिलवाई जाये, जिसमें बीएससी फाईनल एवं बीकॉम के छात्र-छात्रायें शामिल है। बैतूल जिले में शासन – प्रशासन की लापरवाही के कारण हजारो बच्चों की इस वर्ष की छात्रवृत्ति समय पर नहीं देने के कारण लेप्स हो गई है।
लेप्स हुई छात्रवृत्ति को पुन: आवंटित करवा कर छात्र-छात्राओं को वितरित कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। जिले में परीक्षा के दौरान विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण सैकड़ों ग्रामों में विद्युत कटौती की जा रही है। जिससे ग्रामीण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, विद्युत व्यवस्था बनाने के लिए निर्देशित किया जाये। एनएसयूआई ने मांग की है की है कि छात्र हित में तत्काल कार्यवाही नहीं की गई तो एनएसयूआई आंदोलन के लिए बाध्य होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में जिला महासचिव ब्रजेश माली, डिगम्बर पारधी, ब्लाक अध्यक्ष आकाश माली, जितेन्द्र इवने, प्रसुंन चौधरी, आकाश गंगारे, वकार मेमन, अनीस शेषकर, अलकेश उइके, धमेन्द्र ओंमकार, योगेश लिखितकर, अमन चौधरी, पूनम माथनकर, नीशा झार, नेहा सोनी, रजनी डाकरे, रितेश झार, दिग्विजय सोनी, रीता ठाकरे, पंकज बुनकर, श्याम इंगोले, रवि लोनारे, आशु अरोरा, दिलीप धुर्वे, रवि नागले आदि सैकड़ों छात्र उपस्थित थे।