बैतूल। मप्र सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ की छटवे दिन भी हड़ताल जारी रही। जिसमें शनिवार को शासन की सद्बुद्धि के लिए रामायण पाठ किया गया। जिलाध्यक्ष लखन यादव ने बताया कि संघ की प्रमुख मांगे नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा संदर्भित पत्र में उल्लेख किया गया है कि एक कर्मचारी एक दुकान 8400 रूपये साथ में अतिरिक्त दुकान पर 2400 रूपये का प्रावधान किया गया परन्तु आन दिनांक तक उक्त दर से न संस्था को कमीशन प्राप्त हुआ न ही कर्मचारी को वेतन दिया गया, जबकि संशोधित दर 1 अप्रैल 2015 से प्रभावशील होनी थी, उचित मूल्य दुकानों पर तुलावटी एवं आवश्यक स्टेशनरी की राशि का निर्धारण सुनिश्चित कराया जाए एवं पीओएस मशीन की तकनीकी खराबी के निवारण के लिए ब्लाक स्तर पर उसे ठीक कराने की व्यवस्था शासन द्वारा करायी जाये, समितियों कार्यरत कर्मचारियों की पदोन्नति सेवा निगम में वर्णित अध्याय चार की कंडिका क्रमांक 19 अ के अनुसार संस्था में पदस्थ कर्मचारियों को पदोन्नति की जाये, वैद्यनाथन कमेटी की संपूर्ण सिफारिसें लागू करें। आंदोलन के छटवें दिन धरना स्थल पर लगभग पांच सैकड़ा सहकारी कर्मचारी उपस्थित थे। जिला पटवारी संघ जिलाध्यक्ष जितेन्द्र पवार ने सहकारी कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। जिस पर ब्लाक अध्यक्ष राजू देशमुख ने उन्हे धन्यवाद प्रेषित किया।
संघ की मांगे वेतन विसंगति को दूर करें, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में होने वाली भर्तीयों में 50 कम्प्यूटर ऑपरेटर को सेवा नियम में शामिल कर नियमित कर वेतन निर्धारित किया जाये, संस्था कर्मचारियों का नियमितिकरण कर समान वेतन लागू किया जाये, मप्र स्टेट सिविल सप्लायर्स से मिलने वाले कमीशन का शब्द हटाकर वेतन दिया जाना सुनिश्चित किया जाये हैं। जिन पर शासन ध्यान नहीं दे रहा है। ब्लॉक अध्यक्ष राजू देशमुख ने बताया कि इस हड़ताल से जिले भर के समस्त 91 समितियों के अंतर्गत 72 गेंहू खरीदी उपार्जन केन्द्र व 541 शासकीय उचित मूल्य की दूकानों में अनिश्चितकाल के लिए ताले लटके हुए हैं। सतीश जाधव ने बताया कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है हड़ताल जारी रहेगी।