एक बार फिर इतिहास दोहराया गया और विश्व कप के किसी भी फारमेट में पाकिस्तान का भारत के विरूद्ध जीतना उसका चकनाचूर हो गया। भारत-पाक के मैच बैट बॉल से ‘यादा बे्रन से खेले ‘ााते हैं। नहीं तो क्या कारण है कि विश्व कप के पहले मैच में 200 रन करने वाले पाकिस्तान को अपने पहले मैच में 100 रन भी नहीं बनाने वाले भारत ने मात दी। पाकिस्तान की रणनीति ओपन स्क्रिट की तरह थी, वे 18 ओवर के मैच में भी पॉवर प्ले में विकेट बचा कर खलने की कोशिश कर रहे थे। आगे के मैचों में आफरीदी को ओपन करना चाहिये वो बड़ा हीटर है और बंाग्लादेश का मैच छोड़ दे तो वो पिछले कई मैचों से औसत से नीचे चल रहा है।
पाकिस्तान टीम केे पास काबलियत बहुत है लेकिन उनके देश के आंतरिक हालतों के चलते उन्हें एक्पोजर नहीं मिल पाया है। कोई भी देश बरसों से पाकिस्तान में खेलने नहीं गया, इसका सबसे उनके क्रिकेट पर बहुत बड़ा फर्क पड़ा है। खिलाड़ी हजारों दर्शकों के सामने मैच नहीं खेलेगा तो वह जंग लगी तलवार के मानिंद हो जाता है। पाकिस्तानी खिलाडिय़ों ज’बा और प्रतिभा है पर बड़े मैचों को जीत में तब्दील करने का माद्दा खत्म होता जा रहा है। वहीं न्युजीलैंड से हारकर भी भारत के खिलाड़ी फिर से खड़े हो गये यह उनके बेहद पेशेवर रूख का द्योतक है। भारत के लिए अभी भी उसका ओपनिंग स्लाट मुसीबत बना हुआ है।
जिसके कारण धोनी, युवराज और कोहली पर अतिरिक्त दबाव आ रहा है। अब भारत के लिए हर मैच करो या मरो के हैं। आज 21 मार्च को आस्टे्रलिया और बांग्लादेश के बीच बैंगलोर में मैच होना है। टे्रक रिकार्ड के मुताबिक आस्ट्रेलिया फेवरेट है लेकिन पाटा विकेट मिला तो भी आस्टे्रलिया के सामने ‘यादा मुश्किल नहीं आयेगी क्योंकि उसके अधिकतर खिलाड़ी आईपीएल खेलते रहें हैं, वे भारतीय पिचों के मूड को समझने लगें हैं। आज आस्टे्रलिया हार जाता है तो भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए अ’छी खबर हो सकती है। पाकिस्तान से खबरे आ रही है कि हार के बाद टीवी सेट तोड़े गयें हैं। क्या यह खबर सही है, सही है तो उन्हें मैच देखने की सलाहीयत आज दिनांक तक नहीं आई है। टीवी तोडऩे से मैच नहीं जीते जाते, देश के आंतरिक हालात सुधार क्रिकेट खुद बा खुद प्रगति कर लेगा।