बैतूल। देहगुड़ बांध को लेकर स्थानीय कृषकों ने कलेक्टर बैतूल को ज्ञापन सौंप कर मुआवजा विसंगति दूर करने की बात कही है। इस संबंध में रामचरण अमरूते ने बताया कि जहां 5 लाख 88 हजार रूपये तक मिलना था वहां 2 लाख 90 हजार रूपये फ्लेट दर से दिया जा रहा है। संचित और असंचित भूमि को एक ही मूल्य राशि का मुआवजा न्यायसंगत नहीं है। अभी तक लगभग 50 प्रतिशत कृषकों ने मुआवजा नहीं मिला है।
ग्राम धारनी एवं सेमझीरा के कृषकों की मांग को उ”ा न्यायालय जबलपुर ने बैतूल कलेक्टर को आदेश किया था कि कृषकों की मुआवजा विसंगती को अतिशीघ्र दूर करें परन्तु शासन द्वारा समयावधी में निराकरण नहीं किया। कृषकों की मांग है कि जब तक हमें गाईड लाईन के अनुसार मुआवजा नहीं मिलेगा बांध का काम बंद किया जाये। इसे लेकर कृषकगण पुन: उ”ा न्यायालय जाने की तैयारी में हैं। कृषकों को गाईड लाईन पर मुआवजा दिया जाये, भूमि का सही मूल्यांककन किया जाये, नहर व बांध निर्माण के अंतर्गत कई कृषकों की जमीन अधिग्रहण नहीं किया गया है व जमीन खोद डाली है व कार्य किया जा रहा है।