बैतूल। जेएच कॉलेज में मप्र उ”ा शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार भौतिकता से अध्यात्म की ओर विषय पर व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ द्वारा व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मोहन नागर ने कहा कि तरूणावस्था जीवन की ऐसी अवस्था है जिसमें आप जो चाहें कर सकते हैं। कॉलेज ऐसा प्लेटफार्म है जिसमें आपको शिक्षा के साथ-साथ ऐसे आयोजनों द्वारा बौद्धिक खाद मिलता है। जिससे आपकी योग्यता में निखार आता है। प्राचार्य डॉ सतीश जैन ने कहा कि जो काम जवानी में किया जा सकता है उसे बुढ़ापे में नहीं किया जा सकता है क्रांति युवा ही लाते हैं परन्तु मार्गदर्शन बूजुर्गो से ही मिलता है सिर्फ सकारात्म सोच वाले ही आगे बढते हैं। स्वयं के प्रति इमानदार रहें सफलता निश्चित मिलेगी। कार्यक्रम में प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ अल्का पांडे, डॉ राकेश तिवारी, डॉ यशपाल मालवीय, डॉ ‘योति शर्मा, डॉ मीना डोनिवाल, डॉ पुष्पारानी आर्य, विजेता चौबे, डॉ अनिल सोनी, डॉ सुखदेव डोंगरे, डॉ प्रगति डोंगरे सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित थे। वार्षिक गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ अल्का पांडे द्वारा, संचालन निहारिका भावसार एवं आभार डॉ सुखदेव डोंगरे द्वारा व्यक्त किया गया।