मुलताई- ताप्ती तट स्थित गायत्री शक्तिपीठ मुलताई में अन्तर्राष्ट्रीय गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार के निर्देशन में चैत्र नवरात्र का पावन महापर्व साधक भाई-बहनों द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ सामूहिक साधना के रूप में मनाया जा रहा है। प्रतिदिन पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ में विश्व कल्याण की भावना से आहुति समर्पित की जा रही है। संस्कारों के क्रम में पुंसवन, नामकरण, अन्नप्राशन, जन्मदिन, एवं विवाह दिवसोत्सव संस्कार एवं अन्य संस्कार सम्पन्न हो रहे है। नवरात्र के पावन दिनों में यज्ञानुष्ठान, संस्कार प्रतिदिन सम्पन्न किये जा रहे है। नवरात्र के पावन दिनों में साधना, अनुष्ठान के माध्यम से मनोवांक्षित फल प्राप्त होता है, नवरात्र के नौ दिनों गायत्री साधना के लिए भी अधिक उपयुक्त ह नौ दिनों में 24 हजार मंत्रों के जप का छोटा सा अनुष्ठान बडी साधना के समान परम हितकर सिद्ध होता है। कष्ठ निवारण, कामना पूर्ति एवं आत्मबल बढ़ाने के साथ ही साथ यह साधना सद्विवेक अर्थात प्रज्ञा जागरण करती है। इस उद्देश्य से गायत्री परिवार द्वारा नौ दिनों में विशेष अनुष्ठान किए जा रहे है। नवरात्र के पावन दिनों में बहनों द्वारा गायत्री महायज्ञ का संचालन एवं संस्कारों के क्रम में पुंसवन, नामकरण, अन्नप्राशन, जन्मदिन संस्कार भी सम्पन्न किए जा रहे है। 14 अप्रैल गुरुवार को शक्तिपीठ में महाअष्टमी पर महाआरती एवं 15 अप्रैल शुक्रवार को अनुष्ठान की महापूर्णाहुति, रामजन्मोत्सव एवं महाप्रसादी का आयोजन सम्पन्न होगा। इस महाधर्मानुष्ठान में सभी श्रद्धालु भाई-बहन सादर आमंत्रित है।
चैत्र नवरात्र के अवसर पर रविवार शाम 7.00 बजे विशाल गायत्री दीपमहायज्ञ का आयोजन अमृतराव देशमुख रेलवे स्टेशन के सामने के निवास पर आयोजित किया गया है जिसमें सभी धर्मप्रेमी सादर आमंत्रित है।
-दिनेश साहू गायत्री परिवार मुलताइ