बैतूल। आदिवासी शोध-बोध संस्थान की बैठक विकास नगर में श्वते गजवाहिनी रानी महिला समिति अध्यक्ष श्रीमती दुर्गावती उइके की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में गोंडी संस्कृति पर आधारित रीति रिवाज, बोली, भाषा का प्रचार-प्रसार करने हेतु बड़ावा देने पर जोर दिया गया। साथ ही हाईकोर्ट का आरक्षण पदोन्नति संबंधी फैसले, 15 को होने वाले बौद्धिक रोजगार क्रांति एवं प्रतिभा सम्मान समारोह पर विचार-विमर्श किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती उइके ने कहा कि महिलाओं को अत्याचार नहीं सहन करना चाहिए इससे अन्याय करने वालों की हिम्मत और बड़ती है। बैठक को जीपी सरियाम, जंगुसिंह धुर्वे, गोपालसिंह धुर्वे, बसंत कवड़े, डॉ प्रभाकर धाड़स ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रमिला धुर्वे, श्रीमती पुष्पा मर्सकोले, दुर्गासिंह मर्सकोले, योगेश धुर्वे, वासुदेव उइके, बारिकराम इवने, रामदास मर्सकोले आदि उपस्थित थे।