बैतूल। धरने पर बैठे 72 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक बीआर घोरसे ने अनुविभागीय दण्डाधिकारी अधिकारी बैतूल को आवेदन देकर स्वयं के उपर झूठे इस्तगासा निरस्त करने की बात कही है। आवेदन में श्री घोरसे ने कहा है कि उनके उपर थाना मुलताई द्वारा झूठा इस्तगासा बनाया गया है इस्तगासे में लगाये गये आरोप निराधर व मनगढंत हैं। इस्तगासे के अनुसार मुखबीर से सूचना मिलने पर अनावेदक के घर महावीर वार्ड मुलताई में थाना मुलताई के 5-6 सिपाही पहुंचे तब अनावेदक चिल्ला चोट कर रहा था और मुख्यमंत्री के प्रोग्राम में जाऊंगा और काले गुब्बारे दिखाउंगा कार्यक्रम में हंगामा करूंगा।
जबकि इस प्रकार की कोई घटना अनावेदक के घर महावीर वार्ड मुलताई में घटित ही नहीं हुई है, बल्कि सत्यता यह है कि मुख्यमंत्री के प्रोग्राम के एक दिन पूर्व अनावेदक बकाराम घोरसे अपने घर में सो रहा था रात्रि 9 बजे थाना मुलवाई के 5-6 सिपाही अनावेदक के घर पहुंचे और अनावेदक की पत्नी को कहने लगे की आपके पति बीआर घोरसे को टीआई साहब ने थाना बुलाया है। अनावेदक की पत्नी ने अनावेदक को सोते से उठाया। बीआर घोरसे के मना करने पर जबरदस्ती उन्हें थाना मुलताई लाये और थाने में रोके रखा तथा रात के 12 बजे जबरदस्ती दुनावा पुलिस चौकी लेकर गए और वहां रात भर रोके रखा। आवेदन में मांग की गई है कि अनावेदक के विरूद्ध थाना मुलताई पुलिस द्वारा प्रस्तुत इस्तगासा झूठा होने से निरस्त किया जाए और अनावेदक को दोष मुक्त किया जाए।