बैतूल। 10 मई
देश के युवा संत भैय्यूजी महाराज का रविवार रात पूना से लौटते समय एक ट्रक के पीछे से कार पर टक्कर मारने तथा कार पर पथराव करने की घटना की प्रतिध्वनि संस्था ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से घटना की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने तथा भैय्यूजी महाराज को सुरक्षा दिलाने की मांग की.
प्रतिध्वनि संस्था के सचिव वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि भैय्यूजी महाराज ने कई एेसे सामाजिक कार्य किए हैं, जो बिरले ही साधु, संत करते हैं. उन्होंने इंदौर के आसपास तथा महाराष्ट्र के कई गांवों में जल स्तर बढाने के लिए तालाबों का निर्माण कराया, गरीब किसानों को खाद, बीज उपलब्ध कराया. एंबुलेंस, कुएं, स्कूल भवन, स्वास्थ्य सुविधाएं तथा एड्स पीडि़त बच्चों को शिक्षा जैसे अनेक सेवा कार्य किए. श्री ठाकुर ने बताया कि रविवार रात को भैय्यूजी महाराज जब कार से पूना से लौट रहे थे, तो राजणगांव इलाके में उनकी कार पर ट्रक ने पीछे से टक्कर मारी, इससे भैय्यूजी महाराज सहित कार में बैठे अन्य लोग घायल हो गए. उनकी कार पर मनवाड़ हाइवे के शिर्डी के पास पथराव किया. इन दोनों सुनियोजित हमले से प्रतीत होता हैं कि कुछ असामाजिक तत्व भैय्यूजी महाराज की हत्या करना चाहते हैं. श्री ठाकुर ने कहा भैय्यूजी महाराज जिन्होंने अपना पूरा जीवन सेवा के प्रति समर्पित किया हैं, ऐसे संत पर हमला कायराना कृत्य हैं, जिसकी जितनी निंदा की जाए, कम हैं. भैय्यूजी पर हुए हमले की निंदा करने वालों में प्रमुख रुप से प्रतिध्वनि के अध्यक्ष मणि वर्मा, स्वरांजली संस्था संयोजक प्रो. केके चौबे, अटल सेना के संयोजक राजेंद्र सिंह चौहान, युवराज सिंह, फाउंडेशन के पिंटू परिहार, ध्यानचंद फाउंडेशन के हेमंत दुबे, सिक्ख यूथ विंग के बाली अहलूवालिया सहित प्रतिध्वनि संस्था से जुड़े पं. कांत दीक्षित, दिनेश जोसफ, रविकांत मिश्रा, कदीर कुरैशी, सुभाष सिंह पटेल, तपन मालवीय, जसवंत गावंडे, रवि ठाकुर, विभाष पांडे, यादवराव कुंभारे, नारायण मिश्रा, महेश पांडे, विनोद गायकवाड़, बुल्लू दुबे, नवनीत मालवीय, ललित सिंह, हेमंत पगारिया, जगदीश राठौर, मोनो दीक्षित, महेश पाराशर, सरदार दुबे शामिल हैं.