बैतूल। आचार्य पंडित सोमेश परसाई के सानिध्य में धुनीवाले दादा दरबार मंदिर के पास आठने रोड बडोरा में शतचण्डी महायज्ञ एवं असंख्य शिवलिंग का निर्माण प्रतिदिन सुबह 8 बजे से कर उनका पूजन अभिषेक व विसर्जन किया जा रहा है। शाम 5 बजे से अभिषेक, पूजन, प्रवचन रात्रि 8 बजे तक कार्यक्रम चल रहें हैं। रविवार को आचार्य ने बताया कि पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं महारूद्राभिषेक से जन्मकण्डली के सारे दोष समाप्त हो जाती है। धन-धान्य, सुख वैभव व एश्वर्य प्राप्ति होती है। समस्त मनोकामना पूर्ण होती है, लिखे गये भाग्य आपत्ति-विपत्ति संकट और मृत्यु को टालने का सामथ्र्य यदि किसी में है तो वह भोलेनाथ है।
शिवजी का दूध से अभिषेक करने से सुख शांति प्राप्त होती है, दही से अभिषेक करने से चर्म रोग समाप्त होते हैं, शहद और घी से अभिषेक करने से धन प्राप्ति और वंश वृद्धि होती है, शक्कर से अभिषेक करने से मधा शक्ति, बुद्धि, विद्या प्राप्त होती है। पंचामृत से अभिषेक करने से एश्वर्य प्राप्त होता है। शिवजी की भक्ति से सांसारिक सुख प्राप्त होता है और अंत में व्यक्ति को मोक्ष भी प्राप्त होता है। इसी प्रकार अनेक उपाय बताए जा रहें है। संयोजक सुरेश पवार ने बताया यज्ञ 16 मई को पूर्णाहूति भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। श्री पवार ने सभी से कार्यक्रम में उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने की अपील की है।