आचार्य पंडित सोमेश परसाई के सानिध्य में धूनीवाले दादा दरबार मंदिर के पास आठनेर रोड बडोरा में शतचण्डी में पंडित सोमेश परसाई ने कहा कि भगवान शिव समस्त दुखों को दूर करते हैं अपने भक्तों पर संकट होने पर वे विष पान तक कर लेते है, वे अपने भक्त पर आंच भी नहीं आने देते हैं। गुप्त मंत्रों का अनुचित उपयोग नहीं होना चाहिए। शिक्षा और दान योग्य और सुपात्र को ही देना चाहिए। एकलव्य के माध्यम से गुरू के महत्व को बताया और कहा कि ब”ो भाव से मूर्ति बनाकर पूजा करने मात्र से एकलव्य को समस्त शिक्षा प्राप्त हो गई थी। श्री परसाई ने कहा कि भगवान नाम का संकीर्तन करने से मनुष्य के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
भगवान का नाम कलियुग में एक मात्र साधन है जो मनुष्य को भवसागर से पार लगा सकता है। कार्यक्रम में प्रतिदिन यज्ञ शाला में स्वस्ति वाचन, गणेश अम्बिका पूजन, मंडप पूजन, आवाहित देवता पूजन, दुर्गा पाठ व पंच कुंडीय यज्ञ शाला में होम हवन होता है। आज 18 मई को दोपहर 12 बजे यज्ञ की पूर्णाहूति,व शिवलिंग निर्मा शाम पांच बजे महारूद्राभिषेक आरती, शाम 7:30 बजे भंडारा प्रसादी वितरण के साथ यज्ञ संपन्न होगा। महायज्ञ के संयोजक सुरेश पवार, महामंत्री एमआर देशमुख, लक्ष्मीनारायण मालवीय, रामकिशोर बिरगढ़े, के दुबे ने आज यज्ञ के अंतिम दिन सभी से कथा लाभ लेने की अपील की है।