बैतूल। जयप्रकाश वार्ड निवासी आदिवासी छात्रा कु. निशा दर्शिमा बैतूल आईटीआई में कम्प्यूटर के कोर्स के लिए प्रथम सूची में नाम आने के बावजूद आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से प्रवेश शुल्क की व्यवस्था करने में असमर्थ थी। इसकी जानकारी कोया पूनेम महिला स्व-शक्ति वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों को मिली। जानकारी मिलते हीसमिति की अध्यक्षा श्रीमती सुशीला धुर्वे, श्रीमती गणेशी कुमरे, कविता इवने, रिटायर्ड प्राचार्य गोपाल सिंह धुर्वे, शंकर सिंह आहके, समिति संचालक सचिव दिलीप धुर्वे द्वारा छात्रा की फीस के लिए रूपए एकत्रित किए एवं राशि छात्रा को नगद भेंट की।
छात्रा दर्शिमा ने कहा की मैं बहुत खुश हूं की आईटीआई में मेरा प्रवेश अब हो सकेगा। दिलीप धुर्वे ने कहा कि लोक कल्याणकारी कार्यो के लिए हमने समिति का गठन किया है। उन्होने बताया कि समिति वर्तमान में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए दोना उत्पादन का कार्य चालू किया है। जिसमें 5 महिलाओं को इस काम में लगाया गया है साथ ही आने वाले समय में अगरबत्ती उत्पादन, मोमबत्ती उत्पादन आदि विभिन्न गृह उद्योगों की ओर समिति अग्रसर होने की योजना बना रही है।