धरने के 657 दिन पूर्ण
बैतूल। अपने धरने के 657वें दिन पूर्ण कर चुके बीआर घोरसे ने बताया कि सतत सत्ता सुख भोगने वाले नेताओं को इस प्रजातंत्र में परपीढ़ा व संवेदना समझ नहीं आती है। इनके कारनामों से लगता है कि सरकार ने अपने भीतर का इंसान कहीं खो गया है। श्री घोरसे ने कहा कि उन्होने पूर्व जिलापालक मंत्री सरताज सिंह को ससम्मान मंत्री पद से कारण बताकर हटाया गया वहीं मैं तो उनसे भी अधिक आयु का हूं मेरा बिना कारण उत्पीडऩ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री आगमन से पूर्व मुझे इस तरह हिरासत में लिया गया जैसे मैं मथुरा काण्ड का मास्टर मांईड रामवृक्ष यादव हूं। उन्होने कहा कि जीवन के अंतिम पड़ाव में भी एक शिक्षक के साथ ऐसा व्यवहार न्यायसंगत नहीं हैं और मैं जीवन की आखिरी सांस तक संघर्ष करता रहूंगा।