बैतूल। अब यदि शहर एवं शहर के आसपास कोई दुर्घटना होती है तो घायल को अस्पताल पहुंचाने में देरी नहीं होगी। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति राष्ट्र रक्षा मिशन के तहत अब जिले में किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर सहयोगी भूमिका में नजर आएगी। इसी तारतम्य में शहर के आटो टैक्सी चालक संघ के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को राष्ट्र रक्षा मिशन से जोडऩे समिति संरक्षक डॉ अरुण सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन में एक बैठक पुलिस कंट्रोल रुम में आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य आटो चालकों को किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर या प्रसव पीड़ा के दौरान वाहन न मिलने पर गर्भवती महिला को समीपस्थ अस्पताल तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया गया। यही नहीं आटो चालकों को इस कार्य के लिए सेवा शुल्क एवं घटना स्थल से अस्पताल का निर्धारित किराए का भुगतान करने का प्रस्ताव भी बैठक में रखा गया।
इस दौरान कलेक्टर शशांक मिश्रा, एसडीओपी ‘योति उमठ, आरटीओ अरविंद सिंह कुशराम, यातायात प्रभारी ‘योत्सना यादव, समति संरक्षक डॉ अरुण सिंह भदौरिया, मनीष दीक्षित, समिति अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम, सचिव भारत पदम, कोषाध्यक्ष पूनम जैन, सदस्य ऋतु यादव, संजय मालवीय मौ’ाूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री मिश्रा ने भी प्रस्ताव की सराहना करते हुए योजना को किस तरह से क्रियान्वित किया जा सकता है इस पर अपने सुझाव दिए। आटो चालको के साथ एक ही बैठक में एक्शन प्लान तैयार हो गया और 50 से अधिक आटो चालक शहर में आटो एम्बूलेंस चलाने तैयार हो गए जो राष्ट्र रक्षा मिशन के लिए कारगर पहल है। डॉ भदौरिया ने बताया कि जो आटो सेवा के लिए तेयार होंगे उनमें एक-एक फस्टेड बॉक्स भी रखवाया जाएगा ताकि आटो चालक अधिक रक्त बहने की स्थिति में प्राथमिक उपचार कर सके इसके लिए एक ट्रेनिंग भी आटो चालकों को देने की व्यवस्था की जाएगी।
आटो पर लगेगा आटो एम्बूलेंस का फ्लेक्स
बैठक में कलेक्टर श्री मिश्रा ने योजना के क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा की। जिसमें आटो चालकों को सूचना किस तरह होगी इस सवाल पर डॉ भदौरिया ने एक टोल फ्री नंबर रजिस्टर्ड कराए जाने के अलावा घायल को अस्पताल पहुंचाने के बाद उस नंबर पर कॉल आने के एक घंटे में उनके द्वारा आटो चालक को कष्ट भत्ता(सेवा शुल्क)200 रुपए एवं किराया पहुंचाने की बात कहीं। कलेक्टर ने अस्पताल, थाने एवं ट्रेफिक विभाग में भी आटो एम्बूलेंस से जुड़े आटो चालकों के नाम दर्ज करने तथा 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को ऐसे आटो चालक जो इस सेवा कार्य से जुड़े है उनका सम्मान करने की बात कहीं। राष्ट्र रक्षा मिशन आटो एम्बूलेंस सेवा का कंट्रोल रुम पोलिटेक्निक कॉलेज से संचालित होगा। साथ ही योजना में किसी तरह की कोई लापरवाही या दुरुपयोग न हो इस हेतु बाकायदा अस्तपाल से आटोचालक को एक रसीद दिए जाने पर भी सहमति बनी। ऐसे आटो पर आटो एम्बूलेंस लिखे फ्लेक्स पर आटो चालक का नंबर भी दर्ज किया जाएगा।
संदिग्ध हो तो फोटो या विडियो बना लें
आटो टैक्सी चालक संघ के पदाधिकारी अध्यक्ष मधुकर साबले, उपाध्यक्ष मनोज राठौर, मनोहर सिंह ठाकुर, मनोहर मन्ने आठनकर, महामंत्री अनिल सोनी, सहमंत्री कलीमखान, संगठन मंत्री हरदीप सिंह, कोषाध्यक्ष रविन्द्र बेले, कार्यालय मंत्री नितीन लहाटे एवं आबिद खान सहित अन्य आटो चालकों ने इस दौरान घायल को अस्पताल पहुंचाने पर पुलिस द्वारा पूछताछ एवं कोर्ट पेशी से होने वाली परेशानी बताई। जिस पर एसडीओपी ‘योति उमठ एवं यातायात प्रभारी ‘योत्सना यादव ने हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के नए निर्देशों की जानकारी देकर आटो चालकों की भ्रांति दूर की। यातायात प्रभारी ने संस्था, संरक्षक एवं आटो चालकों के नंबर भी शहर में चौक चौराहों पर रिप्लेस करने की सलाह दी। उन्होंने आटो चालको से संदिग्ध परिस्थिति होने पर घायल का एक मिनट का विडियो या दो फोटो भी लेने की सलाह दी।
बॉक्स में , फिर शुरु करो एक्शन- कलेक्टर
राष्ट्र रक्षा मिशन आटो एम्बूलेंस योजना के बारे में विस्तार से चर्चा के बाद कलेक्टर ने योजना के प्रारंभ करने की जानकारी ली। जिस पर डॉ भदौरिया ने अगले ही दिन योजना शुरु करने का कहा। जब तक संस्था का टोल फ्री नंबर शुरु नहीं होता है तब तक आटो चालक समिति अध्यक्ष गौरी बालापुरे एवं संरक्षक डॉ भदौरिया के नंबर पर कॉल करके सूचना देंगे। जिसके बाद उन्हें भुगतान किया जाएगा। कलेक्टर श्री मिश्रा ने एक्शन प्लान बनने के बाद समिति के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि फिर शुरु करों एक्शन। आटो चालकों ने भी संतुष्टि जताते हुए इस योजना में सहयोग देने सहमति दी एवं अपना-अपना नाम, पता, सेक्टर, पता एवं मोबाइल नंबर रजिस्टर पर दर्ज किया। शहर को डॉ भदौरिया के प्रस्ताव के बाद 50 आटो एम्बूलेंस मिल गए है। शीघ्र ही जिले के अन्य वाहन चालकों से भी इस संबंध में चर्चा की जाएगी। अंत में समिति अध्यक्ष ने प्रशासन के सहयोग एवं आटो चालकों की सहमति के लिए आभार व्यक्त किया।