बैतूल। मध्यप्रदेश विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन (इंटक) के जिलाध्यक्ष प्रकाश मांडवे ने मप्र मध्य क्षेत्र वितरण कंपनी लिमिटेड भोपाल द्वारा हाल ही में किए गए सैंकड़ों थोक में किए तबादले के विरोध में रोष जताते हुए कहा कि कंपनी की स्थांनातरण नीति के विपरीत मध्य सत्र में थोक में किए गए तबादलों से कर्मचारियों में भारी व्याप्त है। कंपनी ने सैंकड़ों लाईन कर्मचारियों, लिपिकीय कर्मचारियों, प्रबंधक, सहायक प्रबंधकों को मध्य सत्र सितम्बर माह में स्थानांतरित कर दिया है जबकि अप्रैल से जून माह तक स्थानांतर करने का नीति में उल्लेख किया गया है।
श्री मांडवे ने कहा कि सेवानिवृत्ति के नजदीक पहुंच चुके तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को जिलों के बाहर दूर दराज स्थानांतरित किया गया है यहां तक कि नीति के खिलाफ गंभीर रूप से बीमार कर्मचारी या उनके परिवार के सदस्य जो असाध्य रोगों से पीडि़त हैं को भी नहीं बख्शा गया है। यदि नीति के विरूद्ध किए गए स्थानांतर निरस्त नहीं किए गए तो कंपनी की इस कर्मचारी विरोधी नीति के खिलाफ संपूर्ण प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे और मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा से भेंट कर ज्ञापन सौंपा जाएगा। श्री मांडवे ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों को प्रताडि़त और स्थांतरित कर स्वै’िछक सेवानिवृत्ति लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मक्षेकं. में अधिकारियों को करंट चार्ज देने के नाम पर भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होने विगत वर्षो में भारी मात्रा में की गई खरीदी की जांच की मांग की है।