बैतूल। हिन्दु सम्मेलन आयोजन समिति बैतूल द्वारा महान क्रांतिकारी बिरसा मंडा की जयंती धूमधाम से मनाई। इस अवसर पर समिति द्वारा विशाल वाहन रैली गायत्री मंदिर से निकाली जो शिवाजी चौक पर संपन्न हुई। जिसके बाद अधिकारी परिचय विकास प्रधान द्वारा कराया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता और समिति सचिव बुद्धपाल सिंह ठाकुर ने कहा कि बिरसा मुंडा 19वीं सदी के एक प्रमुख आदिवासी जननायक थे। उनके नेतृत्व में मुंडा आदिवासियों ने 19वीं सदी के आखिरी वर्षों में मुंडाओं के महान आन्दोलन उलगुलान को अंजाम दिया।
1894 को नौजवान नेता के रूप में सभी मुंडाओं को एकत्र कर इन्होंने अंग्रेजो से लगान माफी के लिये आन्दोलन किया। 1895 में उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया और हजारीबाग केन्द्रीय कारागार में दो साल के कारावास की सजा दी गयी। लेकिन बिरसा और उनके शिष्यों ने क्षेत्र की अकाल पीडि़त जनता की सहायता करने की ठान रखी थी और अपने जीवन काल में ही एक महापुरुष का दर्जा पाया। उन्हें उस इलाके के लोग धरती बाबा के नाम से पुकारा और पूजा जाता था। उनके प्रभाव की वृद्धि के बाद पूरे इलाके के मुंडाओं में संगठित होने की चेतना जागी। रैली और कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।