बैतूल। आम अध्यापक संघ के तत्वावधान में रेस्ट हाऊस में रा’य महिला अयोग की अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े व सदस्य श्रीमती गंगा उइके को संतान पालन अवकाश के दोहरी नीति के विरोध में बैतूल आगमन पर ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की गई। महिला संगठन की कलावती सावरकर ने कहा कि सरकार महिला कर्मचारियों में भेद कर रही है। कुछ महिला कर्मचारियों को 720 दिनों को प्रसुति व संतान पालन अवकाश दिया जा रहा है वहीं अध्यापिकाओं को मात्र 6 माह का अवकाश दिया जा रहा है। जिस पर श्रीमती वानखेड़े ने शासन के समक्ष मुद्दा उठाने की बात कही। आम अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष मदनलाल डढोरे ने कहा संतान पालन अवकाश में भेद भाव करना महिला अध्यापिकाओं के मूलभूत अधिकारों पर कोठाराघात है। ज्ञापन सौंपते समय श्ेवता निरापुरे, सुनीता कुंभारे, कलावती सावरकर, कृष्णा वर्मा, कल्पना मणिगिरी, सुषमा देशमुख, ललिता पंडागरे, मनोज वर्मा, मदनलाल डढोरे, सुभाष सिंह रघुवंशी, उत्तम सोलंकी, हरिशंकर धुर्वे सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
क्रमोन्नति के लिए होगा आंदोलन
जिले में 400 से 500 अध्यापकों को क्रमोन्नति का लाभ विगत 3 वर्षो से नहीं मिल पाया है। जिस संबंध में अनेकों बार संगठन के माध्यम से प्रशासन को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग की गई थी। परन्तु प्रशासन द्वारा हमेशा आश्वासन ही दिया जाता रहा है। आम अध्यापक संघ के सुभाष सिंह ठाकुर ने कहा कि अब सडक़ पर उतर कर आंदोलन करना होगा।