बैतूल। जेएच कॉलेज बैतूल में मुख्य वक्ता समाजसेवी प्रवीण गुगनानी,नागरिक बैंक अध्यक्ष अतीत पंवार, सेवानिवृत्त प्राध्यापक जयराम कोरी के आतिथ्य में एवं प्राचार्य डॉ. सतीश जैन की अध्यक्षता में स्वामी विवेकानंद जयंती व युवा दिवस पर व्याख्यानमाला संपन्न हुई। व्याख्यान से पूर्व स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित किए गए। इस अवसर पर प्रवीण गुगनानी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद पूरे विश्व में चर्चा के केन्द्र बिंदु हैं। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री भी विवेकानंद से प्रभावित होकर राष्ट्रवाद की बात करने लगे थे। स्वामी रामकृष्ण परमहंस के शिष्य स्वामी विवेकानंद अंर्तमुखी प्रतिभा के धनी थे। विवेकानंद के विषय में रामकृष्ण परमहंस ने कहा था नरेन्द्र तुम्हारा जन्म आत्म शांति नहीं सारे संसार की उन्नति के लिए हुआ है।
राष्ट्र की मुक्ति और संसार की मुक्ति के लिए हुआ है। जयराम कोरी ने कहा कि विवेकानंद ने कहा कि बालक-बालिकाओं को समान शिक्षा दी जानी चाहिए। धर्म शिक्षा पुस्तकों से नहीं बल्कि आचरण, संस्कार से दी जानी चाहिए। अतीत पंवार ने कहा कि विवेकानंद ने 38 वर्ष की उम्र में ही युवाओं के विश्वास को जगाया। हम भारत वर्ष को विवेकानंद के आदर्शो पर चलते हुए विश्व गुरू के आसन पर पहुंचाएं। डॉ. रामाधार डेहरिया ने कहा कि जो विवेक सम्मत बात करे वहीं विवेकानंद है। डॉ. सतीश जैन ने कहा कि 12 जनवरी को युवा दिवस कश्मीर से कन्याकुमारी तक मनाया जा रहा है। युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को राष्ट्र एवं समाज हित में समर्पित करना चाहिए। डॉ. जैन ने कहा कि विवेकानंद का मानना था कि आप में अनंत शक्ति अनंत विचार उन्हें जाग्रत करें। कार्यक्रम का संचालन डॉ. खेमराज मगरदे व डॉ. अल्का पांडे द्वारा व आभार डॉ. राकेश तिवारी द्वारा व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में प्राध्यापक, अतिथि विद्वान, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।