बैतूल। आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज एवं मुनि संघ पंचकल्याणक एवं गजरथ महामहोत्सव में धर्म की गंगा प्रवाहित कर रहें हैं। सैंकड़ों धर्मावलम्बीयों के उपस्थिति में दैनिक कार्यक्रम प्रतिमाओं का अभिषेक, शांति धारा, नित्य पूजन, याग मंडल विधान एवं संस्कार विधि आदि कार्यक्रम नियमित रूप से हो रहें हैं। रविवार को आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज ने कहा कि यदि पुण्य उदय होगा तो सर्वश्रेष्ठ दिन आएंगे, हमने यह भी देखा है कि अंग रक्षक ही अंग भक्षक हो सकता है। सुख से रहना चाहते हो भविष्य के सुख की कल्पना छोड़ दो। आज से ही सुखी हो जाओगे। सुख और दुख अपनी इंद्रियों का खेल है। कर्म और पाप दोनो धुल जाते हैं परन्तु दुख कोई भी नहीं स्वीकारता इसलिए दुख है। अपने पुण्य बढाओगे तो अपने आप दुख दूर होने लगेंगे।
जिस तरह चिडिय़ा अपने ब”ो को कडक़ दाना नहीं देती है और वैद्य भी ब”ाों को उनकी उम्र के हिसाब से दवाई देते हैं। यह सम्यक दृष्टि है। कर्म की गति बहुत ही न्यारी है। उन्होने कहा हम देखते हैं कि नाजुक सी बेला पर वजनदार कद्दु लगते हैं वही विशाल आम के वृक्ष पर छोटे-छोटे फल लगते हैं। आज रविवार को तीर्थंकर जन्म कल्याणक महोत्सव बहुत धूमधाम से मनाया गया। इसके बाद एरावत हाथी पर सौधर्म इंद्र द्वारा पांडुशिला लेकर विशाल शोभा यात्रा आयोध्या नगरी से निकलकर नवनिर्मित श्री दिगम्बर जैन लाल मंदिर कोठी बाजार से होते हुए वापस अयोध्या नगरी पहुंची जहां राज दरबार में बधाईयां गायी गई। यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर विशाल जनसमूह के बीच स्वतंत्रता संग्राम सैनानी एवं समाज के वरिष्ठ श्रावक बिरदीचंद गोठी ने अपने शतायु वर्ष में प्रवेश पर पूरे समाज सहित 84 लाख जीव योनियों से खमत खामना की। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
आज तप कल्याणक (संसार से संयास की ओर)
जन्म कल्याणक महोत्सव के मीडिया प्रभारी हेमंत पगारिया एवं संदीप तातेड़ ने बताया कि इस तारतम्य में आज 23 जनवरी, सोमवार को तप कल्याणक के अंतर्गत के अंतर्गत प्रात: 6 बजे अभिषेक, शांति धारा, नित्य पूजन, प्रात: 8 बजे जन्म कल्याणक पूजन, प्रात: 9:30 बजे आचार्य श्री के प्रवचन, दोपहर 1 बजे राज दरबार में राजाओं द्वारा भेंट, षटकर्म का उपदेश एवं वैराग्य दर्शन, दोपहर 3 बजे दिक्षा कल्याणक संस्कार विधि एवं प्रवचन, शाम 7 बजे श्रीजी एवं आचार्य श्री की आरती, 8 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बैतूल जिले में पहली बार होने जा रहे इस धार्मिक आयोजन में सकल जैन समाज ने सभी धर्म प्रेमी जनता से उपस्थित होकर धर्म लाभ लेने का आग्रह किया है।