बैतूल। भविष्य में बिजली (ऊर्जा) का नया विकल्प क्या हो सकता है विषय पर दो दिवसीय जन जागरूकता कार्यक्रम बैतूल स्थित विवेकानंद साइंस पी जी कालेज में (भारत सरकार का उपक्रम) न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया द्वारा आयोजित किया गया। साथ ही विवेकानंद साइंस पी जी कालेज के छात्राओं को कहानी बुधिया की कार्टून फिल्म दिखाई और ब’चों परमाणु ऊर्जा से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की । तथा ब’चों में विकरण (रेडिएशन) के भय को दूर करने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम में एक था बुधिया (कहानी खुशहाल गांव की) कॉमिक नि:शुल्क प्रदान की। इसके अलावा श्री पाल ने कहा कि आने वाले समय में मध्यप्रदेश का अपना न्यूक्लियर पावर प्लांट होगा। जो जबलपुर के बरगी डैम के पास स्थापित किया जाएगा। जिससे मध्यप्रदेश वासियों को 24 घंटे व सस्ती बिजली प्राप्त होगी।
संदीप पाल ने कहा कि देश में बढ़ती जनसंख्या और शहरीकरण के चलते लगातार बिजली की मांग बढ़ रही है, परन्तु आजादी के इतने सालों बाद भी देश में 20 से 25 प्रतिशत लोगों को अपना जीवन अन्धकार में व्यतीत करना पड़ा रहा है। जिसके कारण उक्त क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा सेवा खस्ताहाल है, उद्योग-धंधे प्रभावित हंै, लोग आर्थिक रूप से पिछड़े हुये हंै। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पारंपरिक श्रोतों से ऊर्जा की आपूर्ति सम्भव नहीं है। देश में कोयले और गैस के भंडार सीमित हैं तथा जीवाश्म ईंधन प्रचलित बिजलीघरों से उत्पन्न होने वाली ग्रीन हाउस गैसों के प्रति विश्व की बढ़ती चिन्ताओं के कारण आने वाले समय में परमाणु ऊर्जा को प्रोत्साहित करना तथा प्रयोग में लाना अति आवश्यक है। आज देश में कुछ संगठन द्वारा जनता में रेडिएशन का भय दिखाकर उनके मान परमाणु संयंत्र कों लेकर भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। जबकि आज रेडिएशन का इस्तेमाल एक्सरे व कैंसर की बीमारी समेत अन्य बीमारियों से लडऩे में किया जा रहा है। ऐसे संगठन व लोग देश के विकास की राह में बाधा हैं।
हम कह सकते है कि विकरण शत्रु नहीं मित्र है। इससे डरो नहीं। भारत का दीर्घकालीन परमाणु ऊर्जा विद्युत उत्पादन कार्यक्रम देश में उपलब्ध विशाल थोरियम भंडार पर आधारित है, भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को दुनिया में सबसे आधुनिक तथा सुरक्षित श्रेणी में रखा गया है । डायरेक्टर के गढेकर ने कहा कि आज फ्रांस, रूस, चाईना, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका समेत विश्व के 31 देशों ने परमाणु ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल कर खूब तरक्की की है। ऐसे में हम और हमारा देश पीछे क्यों रहे। श्री गढेकर ने कहा कि हमें रेडियशन से डरने की जरूरत नहीं है, आज बीमारियों से लडऩे में, सूई को संक्रमण से बचाने, फलों को सडऩे व अन्य चीजों में रेडिएशन का इस्तेमाल होता है। जो हमारे हित में है। इसलिए हम कह सकते हैं। विकरण दुश्मन नहीं दोस्त है।