बुरा न मानो होली रे…………..
अमवा की डार पे काली कोयलिया हंस के आज यू बोली रे
सारी दुनिया में धूम मचा रहे, कप्तान विराट कोहली रे।
बुरा न मानो होली रे…………..
रंग बिरंगी भर पिचकारी, निकले नर और नारी
नाच रहे मस्ती में मिलकर, होली की महिमा भारी
गली-गली में घूम रही है, छैल-छबीलों की टोली रे
बुरा न मानो होली रे…………..
तन को तो हर कोई रंग देता, मन को रंगे तो जाने
बैर भाव सब छोड़ कर सारे, अब शत्रु को अपना माने
एक तरफ ले जाकर रख दो, ये बंदूक और गोली रे
बुरा न मानो होली रे…………..
हिन्दू मुस्लिम सब गले मिले तो खुशियों के फूल खिलेंगे
करो प्रतिज्ञा आज सब मिलकर होली पर गले मिलेंगे
ईश्वर से करे यही प्रार्थना, खाली रहे न किसी की झोली रे
बुरा न मानो होली रे…………..
द्वारा :- रामचरण यादव