विख्यात चित्रकार महेश यादव खून से बनाई सुभाष चंद्र बोस की पेंटिग
बैतूल। देश की रक्षकों की राष्ट्रीय सैनिक संस्था मध्य प्रदेश प्रांत बैतूल संभाग आज दिनांक 23 जनवरी 2013 को भारत के सच्चे सपूत महान क्रांतिकारी सुभाष चंन्द्र बोस की 116वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में डॉ महेश यादव द्वारा स्वयं के खून से नेताजी का चित्र बनाकर उन्हें अपनी ओर से आदरांजलि अर्पित करी। प्रदर्शन स्थल जय हिन्द चौराहा हमलापुर बैतूल शाम 4 बजे देश के महान कलाकर तथा अपना खून तर्पण करने वाले डॉ महेश यादव ने ना केवल चित्र ही बनाया साथ ही जिला अस्पताल में रक्तदान भी किया। इस अवसर पर महेश यादव ने युवाओं से अपील की है कि नशे से दूर रहना चाहिए और अगर नशा करना ही है तो देशप्रेम का नशा करें। उल्लेखनीय है कि दलाई लामा और बिल क्लिंटन जैसी हस्तीयों ने डॉ महेश यादव की प्रशंसा की है।
राष्ट्रीय सैनिक संस्था के बैतूल संभाग संयोजक पवन मालवी ने बताया कि डॉ यादव पिछले 15 वर्षो से भारत में ही नहीं विदेशों में भी भारत के सपूतों का अपने खून से लगभग 2000 चित्र बनाकर अन्हे अपनी आदरांजलि, श्रद्धांजलि अर्पित करते आ रहें है। विश्व में आज उनके इस शुभ कार्य की भूरि भूरि प्रशंसा हो रही है तथा विश्व में भारत मां के सपूत अमर रहें का नारा हमेशा गुंजायेमान होता रहता है। इतना ही नहीं समाज सुधार के लिए समाज में चलित विभिन्न कुरीतियों के प्रति अपने खून से अपील भी करते आ रहें है ताकि समाज से जागरण हो सके और कुरीतियों का आवरण हट सके। इस अवसर पर प्रमुख रूप से वासुदेव मगरदे, श्रीमति सावी मालवी, छुट्टन पटेल,अंश मालवी,कमलेश पटेल, घनश्याम सोनी,पवन मालवी,प्रमोद विश्वकर्मा, रामस्वरूप मेहतो, कुंवरलाल कौशिक, भीमराव कनाठे, अमित पवांर, परमजीत सिंह बग्गा, नीलम दुबे आदि उपस्थित थे।
सेंटर पांइट पर भी दी श्रद्धांजली
भारतीय सुभाष सेना के तत्वाधान में 11 बजे बैतूल के सेंटर पाईंट पर भी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजली कार्यक्रम किया गया। इस अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के छायाचित्र पर पुष्प वर्षा की गई। रामकुमार बंसल भोपाल ने कहा नेताजी हिन्दुस्तान के ही नहीं अपितु पूरे विश्व के जननायक हैं। कार्यक्रम में रामकुमार बंसल,श्रीमति सावी मालवी, डॉ महेश यादव, डॉ मंजूला शर्मा,पवन मालवी अंश मालवी, अमित राय, यशराज मंदरे, रामदुलारी बाई यादव, उषा बाई यादव, अशोक यादव विष्णु यादव, सावन उइके, मनीष यादव आदि ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।