बैतूल। शहर में चल रही ऑटो एम्बूलेंस योजना के माध्यम से छह महीनों में 47 घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। इस योजना में आटो चालकों की सहभागिता और लावारिस घायलों को अस्पताल में त्वरित इलाज दिलाने की पहल से अब जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक संगठन भी योजना से जुडऩे लगे है। योजना से प्रभावित होकर नगर के प्रथम नागरिक अलकेश आर्य, जिला कांगे्रस प्रवक्ता एवं संस्था के संरक्षक हेमंत पगारिया एवं ग्राम भारती महिला मंडल की अध्यक्ष भारती अग्रवाल द्वारा आर्थिक सहायता दी गई है। गौरतलब है कि बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा राष्ट्र रक्षा मिशन के तहत पोलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अरुण सिंह भदौरिया के वित्त पोषण में पूर्व छात्र संगठन पोलिटेक्निक महाविद्यालय के सहयोग से छह महीने पहले ऑटो एम्बूलेंस योजना प्रारंभ की थी। इस योजना से अब तक 90 से अधिक ऑटो चालक जुड़ चुके है।
आटो एम्बूलेंस का खुलेगा अलग अकाउंट
डॉ अरुण सिंह भदौरिया के मागर्दशन में संचालित इस योजना का क्रियान्वयन हमेशा होता रहे और घायलों को शीघ्र अस्पताल पहुंचाने प्रारंभ की गई योजना में आटो चालक इसी तरह सेवाएं देते रहे इस उद्देश्य से अब समिति द्वारा आटो एम्बूलेंस के नाम से ही अलग बैंक अकाउंट खोला जा रहा है। समिति अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम ने बताया कि नगर पालिका अध्यक्ष अलकेश आर्य द्वारा योजना के सतत क्रियान्वयन के लिए तीन हजार रुपए, कांग्रेस प्रवक्ता हेमंत पगारिया द्वारा 11 सौ रुपए तथा ग्राम भारती महिला मंडल की अध्यक्ष भारती अग्रवाल द्वारा एक हजार रुपए की सहायता राशि भेंट की है। इसी के साथ श्रीमती अग्रवाल ने इस योजना के लिए प्रतिवर्ष एक हजार रुपए की सहायता करने की जिम्मेदारी भी ली। योजना से जुडऩे के लिए समिति अध्यक्ष सहित सचिव भारत पदम, उपाध्यक्ष रुपाली मालवी, सह सचिव नेहा दरवाई, वरिष्ठ सदस्य जमुना पंडागे्र, मंजू लंगोटे, शिखा बारस्कर, रितु यादव, ईश्वर सोनी, अरुण सूर्यवंशी, सुदामा धोटे, संजय मालवी, पूजा दरवाई, ऋषभ यादव, रजत यादव, रुही झरबड़े, भारती झरबड़े ने आभार माना है।
कलेक्टर ने की सराहना
आटो एम्बूलेंस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर शशांक मिश्र ने समिति संरक्षक डॉ भदौरिया सहित पूरी टीम की सराहना करते हुए इसे अ’छी पहल बताया है। श्री मिश्र द्वारा योजना से जुड़े आटो चालकों को प्रोत्साहित करने के लिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर चार आटो चालकों को सम्मानित भी किया जा चुका है।