बैतूल। विहिप बजरंग दल बैतूल द्वारा जिलाध्यक्ष मनमोहन मालवीय एवं जिला मंत्री महेन्द्र साहू के नेतृत्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इस संबंध में महेन्द्र साहू ने बताया कि कलेक्टर बैतूल के दिनांक 01 मार्च 2017 के आदेशानुसार पूरे बैतूल जिले में बैल बाजार बंद करने के लिए तत्काल निर्देशित किया गया था। परन्तु इसके बाद भी बैल बाजार संचालित किए जा रहें हैं। दिनांक 20 मार्च को हम विहिप के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सदर बैल बाजार गए तो वहां पाया की बैल बाजार संचालित किया जा रहा है। जिस पर हमने सभी से बाजार बंद करने का अनुरोध किया तो उन्होने बाजार बंद कर दिया। इसके पश्चात हम लोग सेहरा बैठक में शामिल होने जा रहे थे। रास्ते में फोरलेन ब्रिज के नीचे विहिप के कार्यकर्ताओं ने देखा की कुछ लोग लगभग 30 गौवंश को लेकर जा रहे थे। हमें देखकर वे गौवंश छोड़कर भाग गए। जिसकी सूचना दूरभाष पर हमारे द्वारा बैतूल बाजार टीआई अनूप नयन को दी गई। जिस पर उन्होने पुलिस कांस्टेबल श्रीमती मिश्रा और पुलिस दल को उक्त स्थान पर भेजा। पुलिस दल ने सभी गौवंशों को त्रिवेणी गौशाला में पहुंचा दिया। उक्त स्थान पर कुछ देर बाद श्री नयन भी आ गए। इसके बाद गौशाला के प्रबंधक मनोज वर्मा का श्री नयन द्वारा गौवंश छोडऩे के लिए लगातार दबाव बनाया गया। त्रिवेणी गौशाला में लगभग 50 दलाल पहुंच गए और गौंवश छोडऩे की धमकी देने लगे।
इतना ही नहीं श्री नयन ने विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को धमकी दी की अगर तुमने गौवंश नहीं छोड़े तो तुम लोगों को लूट और अन्य आपराधिक मामले में फंसा दुंगा। इससे पुलिस और दलालों की सांठ-गांठ साफ दिख रही हैं। जिला कोतवाली के पीछे गौंवश के मांस का विक्रय किया जाता है एवं नगर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में गौमाता को काटा जाता है। ज्ञापन में मांग की गई है कि उक्त स्थान पर गौवंश के मांस विक्रय को बंद किया जाए अन्यथा विहिप आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इस अवसर पर दीपक कपूर,रूपेश यादव, विशाल भौरासे, तरूण साहू,गोकुल प्रसाद डिकारे, रवि पटने, नवीन विश्वकर्मा, नीरज सरले, शरद सोनी, महेन्द्र ठाकुर, मोहित राठौर, बंटी पारधे, कुणाल शर्मा, रामचन्द्र मोगरे, गणेश यादव, आकाश देशमुख, विजय परते, विशाल भुजाड़े, कृष्णा भौरासे, आशीष साहू, उमेश हुडे, रूबल सैनी, अर्जुन धाड़से, अनिल गुलबाके, राधेश्याम सोनी, कन्हैया देशमुख, पंकज छेरकी, आकाश बारस्कर, अखलेश प्रजापति, गणेश देशकर, सूरज रावत, पूरन अमझरे, विजय भिंझाड़े, शैलेन्द्र साहू, मनोज वर्मा, कमलेश साहू, श्याम किशोर, कैलाश सोनारे, अनिल हारोड़े, अलकेश लिल्लोरे, मनोज हारोड़े आदि उपस्थित थे।