बैतूल। इस वर्ष भीषण गर्मी के चलते पहली बार पानी की बहुत कमी महसूस की गई। जिसका कारण घरो-घर ट्यूबवेल होना है। पक्के मकान, पक्के आंगन, पक्की सड़के और पक्की नालियां भी पानी की कमी का कारण है। उक्त बात जिला क्षत्रीय लोन्हारी कुन्बी समाज के जिलाध्यक्ष जीएस धोटे ने कही। उन्होने बताया कि जमीन के अंदर हजारों वर्षो से पानी एकत्र है और हमने पानी का दुरूपयोग इतना अधिक किया है कि जमीन के अंदर का पानी नीचे जाता गया। हमने जमीन के अंदर जाने वाले पानी के सारे रास्ते बंद कर दिए जिस कारण पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। श्री धोटे का मानना है कि मौसम चक्र को सुधारने के लिए भरपूर पौधे लगाए जाए और शहर में गिरने वाली वर्षा की एक-एक बूंद को बाहर जाने से रोका जाए।
समाज संगठन बैतूल नगर एवं जिले के सभी नागरिकों से निवेदन किया है कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग तथा सोख्ता गड्डों के माध्यम से घरो-घर वर्षा का पानी जमीन में जाने दे तथा खाली स्थानों पर कुओं से सोख्ता गड्डा बनाकर वर्षा का जल बचाया जाए जिससे आगामी गर्मी के मौसम में पानी की कमी न हो। श्री घोटे ने कहा कि बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल, नगर पालिका अध्यक्ष अलकेश आर्य, कलेक्टर बैतूल शशांक मिश्र व प्रतिध्वनि के सदस्यों ने कई वार्डो का दौरा कर घरों की छत का पानी जमीन में डालने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने के लिए आमजनों को जागरूक किया। इस तरह पानी बचाने से स्वयं इंसान को पानी का लाभ होगा।