बैतूल। शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नवाचार का प्रयोग कर जिले में शिक्षा के नए आयाम स्थापित करने व ग्रामीण अंचल में गरीब आदिवासी ब”ाों के शिक्षा के लिए प्रेरित करने पर 5 सितम्बर को अधिक्षिका विद्या कैथवास को नई दिल्ली में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया वहीं प्रधानपाठक यादोराव पंासे को रा’यपाल पुरस्कार से भोपाल में सम्मानित किया गया। गुरूवार को पुरस्कार प्राप्त कर लौटे शिक्षकों का रेल्वे स्टेशन बैतूल में आम अध्यापक संघ व छात्रावास अधीक्षक संघ के संयुक्त तत्वावधान में भव्य स्वागत किया गया। संघ के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार कनाठे व रमेश कुमार हारोड़े ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जिले का गौरवांवित कर शिक्षा जगत में इन्होने मिशाल पेश की है। आम अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष मदनलाल डढोरे व ओमप्रकाश साहू ने कहा कि शिक्षिकीय जीवन एक संत के समान होता है। जो स्वयं जलकर दुनिया को प्रकाशित करता है। निश्चित ही इन लोगों ने जिले का गौरव बड़ाया है। इस अवसर पर महेन्द्र निरापुरे, सुभाष सिंह ठाकुर, आरके विजयकर, मदनलाल डढोरे, हरिशंकर धुर्वे, होरीलाल उइके, प्रवीण नरवरे, सोहनलाल राठौर, रमेश हारोड़े, सुरेन्द्र कनाठे आदि उपस्थित थे।