बैतूल , हिंदी हमारी राजभाषा है ये हमारे लिये गौरव की बात है। इस मौके पर स्कूलों में हम एक नई परंपरा की शुरूआत कर सकते हैं। स्कूलों में जब भी छात्र -छात्राओं की उपस्थिती दर्ज की जाती है तब नाम आने पर बच्चे यदि जय हिंद या वंदे मातरम् कहें तो इससे हिंदी का प्रचार प्रसार तो होगा ही,बच्चों में अपनी मातृभाषा के प्रति सम्मान का भाव भी जाग्रत हो सकेगा। उक्त उद्गार हिंदी दिवस के मौके पर ऋषिकुल पब्लिक स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी हेमंतचंद्र दुबे ने व्यक्त किये। उनके इस सुझाव को सहर्ष स्वीकार करते हुए स्कूल प्रबंधन और स्टाफ ने उपस्थिति के समय बच्चों से जय हिंद कहकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने संबंधी प्रयास पर सहमति दी। सतपुडिय़ा आर्ट एंड म्यूजि़क सोसायटी(सम्स) एवं नेहरू युवा केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।।
दोपहर एक बजे से प्रारंभ इस कार्यक्रम में नेहरू युवा कें द्र के समन्वयक शिवपाल सिंह राजपूत,प्रतिध्वनि के सचिव वीरेंद्र सिंह ठाकुर,समाजसेवी दिनेश जोसफ,कैंसर जागरूकता के नायक हेमंतचंद्र दुबे,सम्स सोसायटी के सचिव विनोद परिहार,अध्यक्ष राकेश मौर्य ने हिंदी दिवस के मौके पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्जवलन से हुआ। अतिथियों के स्वागत उपरांत अपने उद्बोधन में वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने स्कूली बच्चों से कहा कि वे भले ही अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर रहें हो लेकिन अपनी मातृभाषा के प्रति भी सम्मान रखें और अधिक से अधिक अवसर पर हिंदी का उपयोग करें। दिनेश जोसफ ने इस मौके पर बच्चों को एक शिक्षक की भांति समझाते हुए उन्हें हिंदी की बारीकियों के बारे में बताते हुए हिंदी को बढ़ावा देने की बात कही।
उन्होंने हिंदी पखवाड़े के उद्देश्य को रेखांकित करते हुए हिंदी के विकास पर जा़ेर देने की बात कही। उन्होंने स्कूल स्टाफ से हिंदी पखवाड़े के दौरान बच्चों को हिंदी से जुड़े शब्दों के बारे में प्रतिदिन बताने की बात भी कही। हेमंत चंद्र दुबे ने अपने उद्बोधन में बच्चो से खेल के क्षेत्र में आगे बढऩे का आव्हान किया और अपनी मातृभाषा की उन्नति के लिये हिंदी के अधिक से अधिक से उपयोग की बात कही। नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक शिवपाल सिंह राजपूत ने कहा कि हमारे देश की राजभाषा हिंदी है जिसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग हमारा कर्तव्य है। श्री राजपूत ने इस मौके पर अनेक उदाहरणों के माध्यम से हिंदी के महत्व को परिभाषित किया। पर्यावरण और जल की महत्ता बताते हुए सभी से कम से कम पांच पेड़ लगाने का संकल्प भी दिलवाया। कार्यक्रम में स्कूल प्राचार्य दीपक मेटकर,संचालक दीपक परिहार समेत स्कूल स्टाफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन सम्स अध्यक्ष राकेश मौर्य एवं आभार सचिव विनोद परिहार ने व्यक्त किया।