तकनीकी शिक्षण एवं कौशल विकास के क्षेत्र में कार्यरत् संस्थान आईसेक्ट द्वारा युवाओं से कौशल विकास की जानकारी साझाा करने के उद्देश्य से देश व्यापी कौशल विकास यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में बैतूल में कौशल विकास यात्रा का आगमन हुआ। जहां विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक यात्रा का स्वागत किया। साथ ही कौशल विकास के महत्व की जानकारी भी प्राप्त की। इस दौरान सेमिनार में विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की गई। कौशल विकास यात्रा कई वर्षों से आईसेक्ट द्वारा युवाओं के बीच कौशल विकसित करने के महत्व को समझाने के लिए एक अनूठा प्रयास हो रहा है।
ज्ञात हो कि आईसेक्ट एनएसीडीसी पाटर्नशिप कार्यक्रम के तहत इन यात्राओं का आयोजन किया जा रहा है। ये यात्राएं 15 सितम्बर से 10 अक्टूबर के बीच पूरे देश में 25 राज्यों एवं लगभग 250 जिलों में विभिन्न मार्गों पर एक साथ चलते हुए सैकड़ों ब्लाक/तहसील मुख्यालयों से होकर गुजरेगी। काउंसलिंग अभियान यात्रा के बारे में आईसेक्ट के रीजनल मैनेजर संतोष उपाध्याय ने बताया कि आइसेक्ट इन यात्राओं के माध्यम से प्रदेश के युवाओं में रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम के प्रति चेतना का विकास करना चाहता है। उन्होंने बताया कि भविष्य में भारत के विकास तथा निर्माण में कौशल (स्किल्स) का विशेष महत्व रहेगा और स्किल्स में पारंगत व्यक्ति त्वरित रोजगार प्राप्त करेगा।
इस अवसर पर आइसेक्ट शाखा बैतूल के संचालक वीरेन्द्र सोनी ने यात्रा का स्वागत किया। तत्पश्चात शौर्य कम्प्यूटर सिविल लाईन में स्थित छात्रों से यात्रा के उद्देश्य को साझा किया। इस अवसर पर शौर्य कम्प्यूटर के संचालक व सुरेन्द्र सोनी, सुनील वाडि़वा, व्रष्टी मालवी, सीमा सोनी व अन्य शिक्षकगण मौजूद थे। आईसेक्ट संचालक वीरेन्द्र सोनी ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति के अंदर कोई हूनर अवश्य अवश्य होता है। बस जरूरत होती है उस हूनर को पहचानने की और अवसर ढूंढने की। इस अवसर पर आइसेक्ट टीम के अमित राय, महेन्द्र राजपूत मौजूद थे।