बैतूल। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एकता यूनियन (सीटू) की जिला अध्यक्ष सुनीता राजपाल ने बताया कि केन्द्रीय आव्हान पर हमारी लंबित मांगों जिनमें आंगनवाड़ी कर्मियों को तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग रा’य कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन सलाहकार परिषद के सिफारिश को लागू करने, पेंशन, मिनी आंगनवाड़ी केन्द्र को पूर्ण केन्द्र का दर्जा दिया जाए, आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पंखे और बिजली की व्यवस्था व बिल की जिम्मेदारी सरकार उठाए, केन्द्रों की मरम्मत के लिए 10 हजार रूपए वार्षिक दिए जाए आदि मांगों को लेकर रा’यव्यापी हड़ताल की जा रही है। संगठन के संरक्षक कुंदन राजपाल ने बताया कि प्रदेश व केन्द्र सरकार को हमारी मांगो के प्रति गंभीर नहीं दिख रही है जिसके नतीजे आने वाले चुनावों में भुगतना होगा। कार्यकारी अध्यक्ष सुशीला मेहरा ने कहा कि हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो 9 नवम्बर से दिल्ली में महापढ़ाव किया जाएगा, जिसके लिए उन्होने सभी कार्यकर्ताओं से तैयार रहने की अपील की है। महासचिव पुष्पा वाईकर ने बताया कि हमारे पड़ोसी रा’यों सहित देश के अन्य रा’यों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और साहयिकाओं को अ’छा वेतन और सुविधाएं मिल रही हैं वहीं हम इससे मरहूम हैं। उन्होने जानकारी दी की पांडेचरी में तो हमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिला हुआ है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष सवीता आर्य, रूखसाना बानो, किरण चौधरी, सचिव सुनीता तिवारी, ललिता वर्मा, परियोजना अध्यक्ष गीता मालवीय, ललिता राजुरकर, किर्ती पांडे, बबिता राठौर, ममता गिरी, माया सोनी, रूकमणी कजोड़े, वंदना सोनी सहित जिले की सैंकड़ों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकों से अपने आंगनवाड़ी केन्द्र बंद कर हड़ताल में शामिल रहीं।