बैतूल। मां माचना की चार दिवसीय पदयात्रा मंगलवार को ससावड़ प्रात: 9:30 बजे प्रारंभ हुई। अनिल मिश्रा और महेन्द्र दीक्षित ने बताया कि यह पदयात्रा 4 दिनों में लगभग 110 किमी का सफर तय करेगी। यात्रा के दौरान पदयात्री जल संग्रहण, पौधारोपण, जल संवर्धन का संदेश देंगे। इस दल में काले महाराज, राजेश दीक्षित, दिलीप नागपुरे, श्रीराम पेंद्राम, गेंदासिंह चौहान, मिशल सिंह परमार, अमरू धुर्वे, जत्तु टेकाम, रमेश बिझाड़े शामिल हैं। महेन्द्र दीक्षित, ऋषि दीक्षित, मुनी दीक्षित, रवि त्रिपाठी, मोहन मिश्रा, नरेन्द्र अवस्थी आदि ने दल का विदा किया। महेन्द्र दीक्षित ने बताया कि विगत वर्ष यात्रा के दौरान ग्रामीणों को ससावड़ में मां माचना के उद्गम स्थल पर मंदिर निर्माण के लिए प्रेरित किया गया था जहां आज निर्माण शुरू हो गया है। निर्माण की जिम्मेदारी रमेश अडभूते, गारिया चौहान, जसवंत सिंह, बल्लू सूर्यवंशी, गेंदा सिंह चौहान, रतनलाल रघुवंशी ने उठाई है। आज बुधवार को यात्रा रामनगर, गर्ग कॉलोनी, करबला, कोसमी, टेमनी, पंागरा, भयावाड़ी, ढोक्या, पांढरा, कोदारोटी, कुम्हारिया, माथनी, गाजपुर, बडग़ीढ़ाना, माडूढ़ाना, झारकुंड, चिखली, हाथी कुंड, खड़देव, लोगनढ़ाना, खोखरा, काटावाड़ी, गोडकीढ़ाना, कालापानी, भक्तनढ़ाना, पाठई, शाहपुर, बरबटपुर, सोहागपुर, कोटमी होते हुए तवा संगम पर संपन्न होगी, जहां मां माचना को चुनरी अर्पित की जाएगी।
