बैतूल। सर्द रातों की कड़कड़ाती ठण्ड में जब गरीबों को ठण्ड से बचने के लिए गर्म कम्बल और स्वयं तथा ब’चों के तन ढंकने के लिए नए सुंदर वस्त्र मिलें और ऊपर से मिठाई भी मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना ही नही रहा। परहित के यह सेवा कार्य शहर की श्री योग वेदांत सेवा समिति,युवा सेवा संघ और महिला उत्थान मंडल बैतूल के तत्वावधान में शहर से 22 किलोमीटर दूर दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में बसे ग्राम हथनाझिरि में किए गए। जहां गीता जयंती पर सर्वप्रथम भगवद् गीताजी का पूजन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। आयोजन के मुख्य अतिथि विश्व हिन्दू परिषद के विभागीय मंत्री दयाल प्रजापति थे व अध्यक्षता युवा सेवा संघ बैतूल के जिलाध्यक्ष राजेश मदान द्वारा की गई। इस मौके पर श्री प्रजापति ने कहा कि संत श्रीआसारामजी बापू की प्रेरणा से बैतूल की समिति द्वारा सुविधा विहीन,दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में बसे ग्राम हथनाझिरि के जरूरतमंद गरीबों को कम्बल,वस्त्र और मिठाई वितरित करना निश्चित ही सराहनीय है इस हेतु समिति साधूवाद की पात्र है। वहीं श्री मदान ने कहा कि गरीबों की सेवा ही स’चा धर्म है नर सेवा ही नारायण सेवा है यह हमें पू’य बापूजी ने ही सिखाया है इसीलिए समिति द्वारा हर वर्ष गरीब आदिवासी क्षेत्रों में शीतकाल में गरीबों को कम्बल,वस्त्र व मिठाई के साथ दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी भंडारा आयोजित कर वितरित करती रही है। कार्यक्रम का संचालन महिला उत्थान मंडल की अध्यक्ष श्रीमति सुनीता अनेराव ने करते हुए ग्राम वासियों को भारतीय संस्कृति में गीता जी का महत्व बताया और गीता जी के श्लोंकों का प्रतिदिन उ’चारण करने का आग्रह किया साथ ही उन्होने हास्य प्रयोग कराकर दैनिक दिनचर्या के नियम भी बताए। आयोजन में सैकड़ो ग्रामीण महिला-पुरुष व ब’चे शामिल हुए। सभी को उक्त सामग्री वितरित की गई। अंत में ग्राम हथनाझिरि के सरपंच नंदू धुर्वे व साधक अनिल बेले ने आभार व्यक्त किया। आयोजन को सफल बनाने में युवा सेवा संघ के जिलाध्यक्ष राजेश मदान,पीपला के सरपंच किशोरीलाल झरबड़े, महिला मंडल की सुनीता अनेराव,अनिता मानकर, मुन्नी मालवी,आशा भुमरकर,राकेश पठाडे, कैलाश ठाकरे,गुलाब लिल्होरे,रमेश बारस्कर, अमरलाल अमरूते, अजय देवकते,देवेन्द्र कडु आदि अन्य साधकों व ग्रामवासियों का सराहनीय सहयोग रहा।